जिसका इंतज़ार सारी दुनिया से ज्यादा हिज्बुल्ला को था, वो हो गया लेकिन साथ ही एक मुश्किल हालत भी सामने आई है हिज़्बुल्ला के लिए. ऐसे में आसान न होगा ये उम्मीद करना कि सीजफायर कामयाब रहेगा. जो कड़ी शर्तें PM नेतन्याहू ने रख दी हैं हिज्बुल्ला के लिए वो किसी चुनौती से कम नहीं !
इससे पहले कि हम देखें कि ऐसी कौन सी शर्त रख दी है पीएम नेतन्याहू ने, ये भी देख लेते हैं कि क्या हाल किया है इज़राइल ने हिज्बुल्ला का. एक पंक्ति में कहें तो इज़राइल ने हिज्बुल्ला की कमर तोड़ दी है और अब जब जमीन पर गिरा हिज्बुल्ला प्राणों की भीख मांग रहा है तो एक शर्त भी रख दी है. जहां अब के हालात में इज़राइल के लिए सीज़फायर सरल है वहीं हिज्बुल्ला के लिए शर्त कठिन है.
दूसरे शब्दों में, इजराइल ने हिजबुल्लाह के शीर्ष नेताओं का खात्मा कर दिया है और उसकी मिसाइलों तथा रॉकेटों को नेस्तोनाबूद कर दिया है. इसके साथ ही नेतन्याहू ने ये भी साफ़ कर दिया हिज्बुल्ला अब पहले के मुकाबले काफी कमजोर हो चुका है.
ये घोषणा की नेतन्याहू ने
मंगलवार सीज़फायर की खबर के साथ ही इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की घोषणा के लिए भी जाना जाएगा. इस घोषणा में उन्होंने हिजबुल्लाह के साथ सीज़फायर की पेशकश की. इसके साथ ही, नेतन्याहू ने यह भी साफ़ कर दिया कि समझौते के लिए इजराइल किन शर्तों के पालन की उम्मीद करेगा. यदि ऐसा न हुआ तो इज़राइल लेबनान पर फिर से हमला कर सकता है.
फिर कर दिया सीजफायर का ऐलान
शर्तें रखने के साथ ही नेतन्याहू ने सीज़फायर का भी ऐलान कर दिया. उन्होंने कहा कि इजराइल युद्धविराम के लिए तैयार है, फिर भी अगर हिजबुल्लाह शर्तों का उल्लंघन करता है तो इजराइल इसका फिर इस जवाब बहुत कड़ा देगा. नेतन्याहु ने ये भी कहा कि मंगलवार की शाम को वे अपने कैबिनेट के सामने इस समझौते को पेश करेंगे.
सीज़फायर की अवधि
कब तक जारी रहेगा इस सवाल पर इज़राइल ने बिलकुल साफ़ जवाब दिया – सीज़फायर तब तक जारी रहेगा जब तक हिज्बुल्ला चाहेगा. जिस दिन उसने इसका उललंघन किया उस दिन इजराइल फिर से हमला करेगा.
हिज्बुल्ला के टॉप लीडर्स को खत्म करने के अलावा इजराइल ने हिज्बुल्ला के रॉकेट्स और मिसाइल्स भी ठिकाने लगा दिए हैं. इज़राइली सेना ने लेबनान में कई रणनीतिक ठिकानों को ढेर कर दिया है और यहां तक कि राजधानी बेरूत को भी हिला दिया है.
इजराइल पूरे करेगा अपने संकल्प
अब नेतन्याहू ने युद्ध रोकते हुए साफ़ कह दिया है कि इजराइल तब तक युद्ध जारी रखेगा जब तक उसके सभी लक्ष्य पूरे नहीं हो जाते. इज़राइल के लक्ष्यों में एक तरफ तो उत्तरी इजराइल के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है तो दूसरी तरफ गाजा में हमास के खिलाफ कार्रवाई करना है.