चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का आगाज 19 फरवरी से पाकिस्तान में होने जा रहा है। इस टूर्नामेंट का पहला मैच पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच कराची के नेशनल स्टेडियम में खेला जाएगा। इस स्टेडियम में सभी देशों के झंडे लगे हैं लेकिन पाकिस्तान ने भारत का झंडा नहीं लगाया। गौरतलब है कि 1996 के बाद पाकिस्तान पहली बार किसी आईसीसी टूर्नामेंट की मेज़बानी कर रहा है, जो इसे ऐतिहासिक बनाता है।
हालांकि, इस टूर्नामेंट से पहले ही एक बड़ा विवाद सामने आया है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कराची के नेशनल स्टेडियम में चैंपियंस ट्रॉफी में भाग लेने वाले देशों के झंडे लगे हुए हैं, लेकिन भारतीय ध्वज गायब है। इस वीडियो ने इंटरनेट पर हलचल मचा दी है और क्रिकेट प्रेमी इस पर अपनी प्रतिक्रियाएँ दे रहे हैं। कई फैंस ने इस पर हैरानी जताई है और सवाल उठाए हैं कि भारतीय ध्वज क्यों नहीं लगाया गया।
क्या है विवाद का कारण?
वीडियो में भारतीय झंडे के गायब होने के कारण की अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन माना जा रहा है कि क्योंकि भारतीय टीम इस टूर्नामेंट के अपने सभी मैच दुबई में खेलेगी, इसलिए पाकिस्तान में भारतीय ध्वज को नहीं लगाया गया है। हालांकि, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) की ओर से इस मामले पर अभी तक कोई बयान नहीं आया है।
BCCI ने उठाए थे सुरक्षा के सवाल
बीसीसीआई ने चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन को लेकर पाकिस्तान में सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठाए थे। भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए टीम इंडिया को पाकिस्तान भेजने से मना कर दिया था। इसके बाद, आईसीसी और पीसीबी ने इस टूर्नामेंट को हाइब्रिड मॉडल में बदलने का फैसला लिया था।
आईसीसी ने अपने बयान में कहा था कि भारत अपने सभी लीग मैच दुबई में खेलेगा, और अगर भारत सेमीफाइनल या फाइनल में पहुँचता है, तो वे मुकाबले भी दुबई में ही होंगे। इसके अलावा, पाकिस्तान क्रिकेट टीम को भी भारत में होने वाले आईसीसी इवेंट्स में अपने मैच किसी तटस्थ स्थान पर खेलने होंगे, जैसा कि समझौते में तय किया गया था।
क्या होगा आगे?
इस पूरे घटनाक्रम ने चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन से पहले कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह होगा कि इस विवाद पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और आईसीसी क्या कदम उठाते हैं और यह मामला आगे कैसे विकसित होता है।
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इससे पहले भी पाकिस्तान में सुरक्षा कारणों को लेकर कई सवाल उठते रहे हैं, लेकिन आईसीसी और बीसीसीआई के समझौते के बाद ही इस टूर्नामेंट का आयोजन संभव हो सका है। क्रिकेट फैंस की निगाहें अब इस टूर्नामेंट के पहले मैच और आगामी घटनाक्रम पर टिकी हुई हैं।