हाल ही में कोरोना की वैक्सीन कोविशिल्ड खूब चर्चा में थी। ब्रिटिश फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने कोर्ट में कबूला था कि कोविशिल्ड से खून का थक्का बनता है और हार्ट अटैक का कारण भी बन सकता है।
इस खबर के बाद से सभी लोग अपने कोरोना सर्टिफिकेट खगालने लगे थे। लेकिन अब कोवैक्सिन को लेकर भी बड़ा खुलासा हुआ है।
एक मीडिया जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार युवा लड़कियों और जिन लोगों को पहले कभी एलर्जी हुई है, उनमें कोवैक्सिन के बाद एईएसआई होने का खतरा बढ़ा है।
यह भी पढ़ें- यूपी पहुंचे अरविंद केजरीवाल: अखिलेश यादव के साथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस, बताया-इस बार पीएम का हटना क्यों है तय?
जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार शोधकर्ताओं ने इस पर शोध करके ये रिपोर्ट बनाई है। इसके अलावा बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में इस मामले पर शोध हुआ है। शोधकर्ताओं ने एक साल के अंदर कई लोगों के फॉलोअप लिए हैं। फॉलोअप के दौरान महिला किशोरों और एलर्जिक वयस्कों से संपर्क किया गया। जिसके बाद स्टडी से जो रिपोर्ट आई उसने सबको डरा दिया।
स्टडी में पाया गया कि 47.9% महिला किशोरों और 42.6% एलर्जिक वयस्कों में ऊपरी श्वसन तंत्र में संक्रमण पाया गया। इसके अलावा कई लोगों में आंखों से संबंधित संक्रमण भी पाया गया। यानि कि सबसे ज्यादा युवा लड़कियों में इसका खतरा पाया गया है। स्टडी में ये भी सामने आया कि एक तिहाई लोगों में ‘एडवर्स इवेंट्स ऑफ स्पेशल इंट्रेस्ट’ यानी एईएसआई पाया गया है।