मोदी सरकार ने लोकसभा चुनाव से पहले केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को चुनावी तोहफा देते हुए महंगाई भत्ता DA में 4 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। इसकी मंजूरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में दी गई है।
कब से लागू होगा बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता
केंद्र सरकार द्वारा बढ़ाया गया महंगाई भत्ता 1 जनवरी 2024 से प्रभावी माना जाएगा। इसके तहत मूल वेतन/पेंशन की 46 प्रतिशत की मौजूदा दर में 4 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। यानी अब 50 प्रतिशत DA मिलेगा।
केंद्रीय कर्मचारियों को मिलने वाला महंगाई भत्ता और पेंशनभोगियो को महंगाई राहत, दोनों के कारण सरकारी खजाने पर कुल 12,868.72 करोड़ रुपये का भार प्रति वर्ष पड़ेगा। इससे केंद्र सरकार के करीब 49.18 लाख कर्मचारियों और 67.95 लाख पेंशनभोगियों को फायदा होगा।
उज्जवला योजना की सिलेंडर पर 300 की सब्सिडी जारी रहेगी
प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) के तहत साल के 12 सिलेंडर पर मिलने वाली 300 रुपया की सब्सिडी को वर्ष वर्ष 2024-25 के दौरान जारी रखने की सहमति दी है। 1 मार्च, 2024 तक 10.27 करोड़ से अधिक पीएम उज्जवला योजना के लाभार्थी हैं।
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए सबसिडी जारी करने पर भारत सरकार को कुल 12,000 करोड़ रुपये का भर पड़ेगा। सब्सिडी सीधे पात्र लाभार्थियों के बैंक खातों में जमा की जाती है। उज्जवला योजना की शुरुआत वर्ष 2016 में की गई थी।
कच्चे जूट के एमएसपी को मिली मंजूरी, 285 रूपये की हुई वृद्धि
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जूट के किसानों को बड़ा तोहफा देते हुए कच्चे जूट के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को अपनी मंजूरी प्रदान की है। जुट के एमएसपी में प्रति क्विंटल 285 रूपये की वृद्धि की गई है।
कच्चे जूट का न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी वर्ष 2024-25 के लिए 5,335 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। 2024-25 सीजन के लिए कच्चे जूट के लिए एमएसपी में पिछले सीजन की तुलना में 285 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि हुई है। पिछले 10 वर्षों के दौरान, सरकार ने 122 प्रतिशत की वृद्धि करते हुए कच्चे जूट के लिए एमएसपी को 2014-15 में 2,400 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 2024-25 में 5,335 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है।
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सरकार ने बताया है कि साल 2023-24 में, सरकार ने 524.32 करोड़ रुपये की लागत से 6.24 लाख गांठ से अधिक कच्चे जूट की रिकॉर्ड मात्रा में खरीद की है, जिससे लगभग 1.65 लाख किसानों को लाभ हुआ है।