रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज जम्मू-कश्मीर के दौरे पर पहुंचे, जहां उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में शामिल बहादुर सैनिकों से मुलाकात की और उनकी वीरता को सलाम किया। श्रीनगर स्थित बादामी बाग छावनी में जवानों को संबोधित करते हुए उन्होंने पाकिस्तान को सख्त संदेश देते हुए कहा कि अगर किसी भी तरह की नापाक हरकत दोहराई गई, तो उसका अंजाम गंभीर होगा।
राजनाथ सिंह ने अपने बयान में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी संबोधित करते हुए कहा, “मैं दुनिया के सामने यह सवाल खड़ा करना चाहता हूं कि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की निगरानी में लाया जाए।” उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की ओर से किसी भी तरह की गैर-जिम्मेदाराना हरकत न केवल क्षेत्रीय सुरक्षा बल्कि वैश्विक शांति के लिए भी खतरा है।
शहीदों को दी श्रद्धांजलि, घायलों के लिए प्रार्थना
रक्षा मंत्री ने श्रीनगर पहुंचते ही ऑपरेशन सिंदूर में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी और पहलगाम में हाल ही में हुई हिंसा में जान गंवाने वाले निर्दोष नागरिकों को भी याद किया। उन्होंने कहा, “मैं शहीद जवानों को नमन करता हूं और उनके बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। पहलगाम में मारे गए नागरिकों के प्रति भी मेरी गहरी संवेदना है। घायल सैनिकों के जल्द स्वस्थ होने की मैं ईश्वर से कामना करता हूं।”
‘बात दूर तक जाएगी’ – पाकिस्तान को दो टूक संदेश
अपने संबोधन में रक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच यह सहमति रही है कि सीमा पार से कोई नापाक हरकत नहीं होगी। उन्होंने कहा, “अगर पाकिस्तान इस सहमति का उल्लंघन करता है, तो उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। बात दूर तक जाएगी।”
सेना का मनोबल बढ़ाया, ऑपरेशन सिंदूर की सराहना
राजनाथ सिंह ने सेना के अधिकारियों और जवानों के साथ संवाद किया और ऑपरेशन सिंदूर के सफल संचालन की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना हर मोर्चे पर पूरी मजबूती से खड़ी है और देशवासियों को अपने जवानों पर गर्व है।
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इस दौरे को न केवल सुरक्षा के नजरिए से अहम माना जा रहा है, बल्कि यह संदेश भी साफ है कि भारत अब हर मोर्चे पर आक्रामक नीति अपनाने के लिए तैयार है और सुरक्षा से जुड़ी किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।