अगर आपका बिजली का बिल लंबे समय से बकाया है, तो आपको जल्द ही इस पर ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है। मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने बिजली बिल के बकायेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। कंपनी अब बकायेदारों के नाम सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा करने की योजना बना रही है, ताकि वे अपनी बकाए की राशि शीघ्र जमा करें और कंपनी के आर्थिक नुकसान को कम किया जा सके।
कंपनी ने की सख्त कार्रवाई की घोषणा
कंपनी के अधिकारियों ने हाल ही में एक बैठक आयोजित की, जिसमें बिजली बिल न चुकाने वाले उपभोक्ताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। बैठक में कंपनी की प्रबंध निदेशक रजनी सिंह ने स्पष्ट रूप से कहा कि जो उपभोक्ता लंबे समय से अपनी बिजली की राशि का भुगतान नहीं कर रहे हैं, उनके नाम सार्वजनिक किया जाएगा। इस कदम का उद्देश्य बकायेदारों को जल्द से जल्द भुगतान करने के लिए प्रेरित करना है।
ज्यादा बकाया राशि वाले उपभोक्ताओं का विशेष उल्लेख
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि जिन उपभोक्ताओं के बिल की राशि ज्यादा है, उनके नाम का विशेष उल्लेख किया जाएगा। बकायेदारों की सूची उन स्थानों पर चस्पा की जाएगी, जहां स्थानीय लोग उन्हें अच्छी तरह से पहचानते हैं, जैसे कि जोन और शहर के प्रमुख स्थानों पर। यह कदम इस उद्देश्य से उठाया जा रहा है ताकि बकायेदारों पर दबाव डाला जा सके और वे अपनी बकाया राशि का भुगतान जल्द से जल्द करें।
इंदौर में स्मार्ट मीटर की बढ़ती संख्या
बैठक के दौरान इंदौर में स्मार्ट मीटर की स्थिति पर भी चर्चा की गई। अधिकारियों ने बताया कि इंदौर में स्मार्ट मीटर की संख्या जल्द ही 5 लाख तक पहुंचने वाली है। इसके साथ ही, स्मार्ट मीटर की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि उपभोक्ताओं को बिलिंग की अधिक पारदर्शिता मिले। इसके अलावा, स्मार्ट मीटर को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए भी कदम उठाए जाएंगे।
पहले भी बकायेदारों का नाम किया जा चुका सार्वजनिक
मध्य प्रदेश के अन्य क्षेत्रों, जैसे भोपाल, नर्मदापुरम, ग्वालियर और चंबल संभाग में भी बकायेदारों की सूची सार्वजनिक की गई थी, जिसके बाद उपभोक्ताओं में एक नया उत्साह देखने को मिला और बिजली के बिलों का भुगतान बढ़ा। अब पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने भी इस कदम को अपनाने का निर्णय लिया है।
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कंपनी की यह पहल बकायेदारों को समय रहते अपनी बकाया राशि चुकता करने के लिए प्रेरित करेगी, जिससे कंपनी को होने वाले वित्तीय नुकसान को भी कम किया जा सकेगा।