विदेश मंत्री एस जयशंकर पाकिस्तान में शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन (SCO) की 23वीं बैठक में हिस्सा लेने के बाद भारत के लिए रवाना हो गए। उन्होंने ट्वीट कर आतिथ्य और शिष्टाचार के लिए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार और पाकिस्तान सरकार का धन्यवाद दिया। विदेश मंत्री ने अपने संबोधन में पाकिस्तान की सरजमीं से उसके खास दोस्त चीन पर निशाना साधा।
https://twitter.com/DrSJaishankar/status/1846508966152454176
पाकिस्तान में SCO बैठक को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने आतंकवाद का मुद्दा उठाते हुए कहा कि हम सबको आतंकवाद से सख्ती से निपटना होगा। आतंकवाद और व्यापार एक साथ नहीं चल सकता। उन्होंने कहा, “हमें SCO का मकसद पूरा करने के लिए आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद से लड़ना जरूरी है. इसके लिए सदस्य देशों का एक-दूसरे पर भरोसा और ईमानदारी की जरूरत है.”
https://twitter.com/AHindinews/status/1846434252365484054
‘आतंकवाद, चरमपंथ और अलगाववाद तीन बुराइयां’
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पाकिस्तान को उसी के धरती से फटकार लगते हुए कहा कि आतंकवाद के साथ-साथ व्यापार की संभावना नहीं है। उन्होंने आतंकवाद, चरमपंथ और अलगाववाद को तीन बुराइयां बताते हुए कहा कि अगर इन तीनों का समाधान नहीं किया गया तो सहयोग और एकीकरण का फायदा हासिल नहीं हो सकेगा। इसके साथ ही व्यापार, ऊर्जा प्रवाह, संपर्क और लोगों के बीच संपर्क को बढ़ावा मिलने की संभावना ख़त्म हो जाएगा।
जयशंकर ने पाकिस्तान को ‘अच्छे पड़ोसी’ होने का महत्व भी समझाया. उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा, “यदि विश्वास की कमी है या सहयोग नाकाफी है, अगर दोस्ती में कमी आई है और अच्छे पड़ोसी होने की भावना कहीं गायब है, तो निश्चित रूप से आत्मनिरीक्षण करने और इन समस्याओं का समाधान खोजने की जरूरत है.”
पाकिस्तान की धरती से चीन को भी दिया नसीहत
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान के सबसे बड़े दोस्त चीन को भी पाकिस्तान की धरती से नसीहत दी। उन्होंने क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता पर भी जोर देते हुए कहा कि सभी सदस्य देशों को एक-दूसरे की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता को मान्यता देनी चाहिए।
लगभग दस साल बाद भारतीय विदेश मंत्री का हुआ है पाकिस्तान का दौरा
विदेश मंत्री एस जयशंकर का पाकिस्तान का यह दौरा लगभग दस साल के बाद हुआ है। इससे पहले 2015 में उस समय की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान का दौरा किया था।
यह भी पढ़ें: भारत ने बांग्लादेश में PM मोदी द्वारा दिए गए मुकुट की चोरी होने पर जताई चिंता
शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन (SCO) क्या है?
बता दें कि शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन (SCO) चीन और रूस की अगुवाई वाला अंतर्राष्ट्रीय संगठन है। SCO में शंघाई, चीन के सबसे बड़े शहर शंघाई का ही नाम है। इस संगठन में चीन, रूस, भारत, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, ईरान और बेलारूस जैसे देश शामिल हैं।