केन्या के माकुनी काउंटी के मुकुकु गांव में एक अनोखी घटना सामने आई, जब आसमान से एक विशाल धातु का छल्ला जमीन पर गिरा। यह छल्ला लगभग 8 फीट व्यास और 1,100 पाउंड वजन का था। गांववासियों के मुताबिक, यह छल्ला जलता हुआ गिरा, जिससे आसपास के लोग घबरा गए।
घटना की सूचना मिलने पर केन्या अंतरिक्ष एजेंसी (KSA) ने मौके पर पहुंचकर मलबे को कब्जे में ले लिया और जांच के लिए सुरक्षित कर लिया।
हार्वर्ड-स्मिथसोनियन सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स के विशेषज्ञ जोनाथन मैकडॉवेल ने बताया कि मलबे पर “पुनः प्रवेश के दौरान गर्मी के संकेत” नहीं मिले हैं, जिससे यह संभावना जताई जा रही है कि यह किसी विमान का हिस्सा हो सकता है। वहीं, अंतरिक्ष मलबे के विशेषज्ञ डैरेन मैकनाइट ने कहा कि कभी-कभी अंतरिक्ष मलबा एक विशेष आवरण से ढका होता है, जो जलकर वायुमंडल में प्रवेश करता है और धरती पर गिरता है।
केन्याई अंतरिक्ष एजेंसी ने मलबे को लेकर दी सुरक्षा की सफाई, संबंधों पर दी स्पष्टता
केन्या की अंतरिक्ष एजेंसी ने हाल ही में माकुनी काउंटी के मुकुकु गांव में गिरे विशाल धातु के छल्ले के बारे में जनता को आश्वस्त किया है कि इससे सुरक्षा को तत्काल कोई खतरा नहीं है।
एजेंसी ने एक बयान में कहा, “हमारे विशेषज्ञ इस वस्तु का विश्लेषण करेंगे और मौजूदा ढांचे का उपयोग करके इसके मालिक की पहचान करेंगे। इसके साथ ही, हम जनता को अगले कदमों और परिणामों के बारे में सूचित करेंगे।”
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इस घटना के बाद, एक एक्स (पूर्व में ट्विटर) यूजर ने बताया कि यह गिरावट उसी दिन हुई थी जब घाना में एक उपग्रह दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। जब इस बारे में केन्याई अंतरिक्ष एजेंसी से पूछा गया कि क्या दोनों घटनाओं के बीच कोई संबंध है, तो एजेंसी ने इसे “बेहद असंभव” करार दिया।