मुजफ्फरनगर लोकसभा चुनाव 2024: लोकसभा चुनाव का एलान हो चुका है। पहले चरण के लिए 19 अप्रेल को वोट डाले जाएंगे। एकबार फिर सांसद आपके बीच वोट मांगने जाएंगे। नए वादे करेंगे, नए इरादे का इजहार करेंगे। आप उनके बातों में आएं, उससे पहले उन सांसद महोदय का पिछले पांच साल का रिकॉर्ड जान लीजिये। सांसद महोदय ने संसद में कितना सवाल पूछा है, संसद निधि कितना खर्च किया है, कितने दिन संसद में उपस्थित रहें हैं ? ये सब जानकारी हम आपके लिए एक जगह इकट्ठा कर के लाए हैं।
मुजफ्फरनगर लोकसभा का निर्माण कब हुआ?
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर लोकसभा आता है। मुजफ्फरनगर लोकसभा का निर्माण 1952 में हुआ। मुजफ्फरनगर मुस्लिम और जाट बहुल इलाका है। यह इलाका सांप्रदायिक तौर पर काफी संवेदनशील है।
मुजफ्फरनगर लोकसभा चुनाव 2019 का नतीजा
जहां तक बात 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजों की करें तो एनडीए गठबंधन में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े सांसद संजीव बालियान को 573,780 वोट और दूसरे स्थान पर राष्ट्रीय लोकदल के प्रत्याशी चौधरी अजित सिंह आए थें जिनको 5,67,25 वोट मिला था। इस बार भी बीजेपी ने संजीव बालियान पर विश्वास जताते हुए फिर से टिकट दिया है। 2019 में सपा, रालोद और बसपा एक साथ मिल कर चुनाव लड़ी थी। इसके बाद भी बीजेपी ने यहां से जित दर्ज कर ली। इस बार बीजेपी का रालोद के साथ गठबंधन हो गया है। वहीं बसपा अकेले मैदान में उतरी है। सपा कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। इस इलाके का राजपूत इस बार बीजेपी के प्रत्याशी से नाराज बताया जा रहा है। जोकि चुनाव को दिलचस्प बना दिया है। बीजेपी सांसद संजीव बालियान पर आरोप है कि पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी संगीत सोम को हराने में बालियान का भी हाथ था।
https://twitter.com/drsanjeevbalyan/status/1779926819820712419
मुजफ्फरनगर सांसद संजीव बालियान ने संसद में कितने सवाल पूछे ओर कितने दिन उपस्थित रहें ?
मुजफ्फरनगर सांसद संजीव बालियान ने संसद में पिछले पांच साल में एक प्रश्न और 14 डिबेट में भाग लिया।
मुजफ्फरनगर सांसद संजीव बालियान ने सांसद निधि का कितना खर्च किया ?
मुजफ्फरनगर सांसद संजीव बालियान ने अपने संसदीय क्षेत्र में अपने संसदीय फंड से 10.9816 करोड़ खर्च किया है। सरकार ने कुल 12.62280 करोड़ रुपया जारी किया जिसमें से 2.2644 करोड़ खर्च नहीं हुआ।
मुजफ्फरनगर लोकसभा का जातीय समीकरण
मुजफ्फरनगर लोकसभा क्षेत्र में जातीय समीकरण की बात करें तो यहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है। मुस्लिम मतदाता 39 फीसदी है। वहीं जाट मतदाता 18 फीसदी, दलित 14 फीसदी है। इसके साथ ही राजपूत और गुर्जर समुदाय का वोट 10-10 फीसदी है।
मुजफ्फरनगर लोकसभा क्षेत्र के 5 विधानसभा का क्या हाल है?
कैराना लोकसभा क्षेत्र में कुल 5 विधानसभा में बुढ़ाना (RLD), चरथावल (SP), मुजफ्फरनगर (BJP), खतौली (RLD) और सरधना (SP) आता है। कैराना लोकसभा के कुल 5 विधानसभा में एनडीए के पास 3 और इंडिया गठबंधन के पास 2 सीट हैं। 2022 का विधानसभा चुनाव आरएलडी और सपा साथ मिलकर लड़ी थी। लोकसभा चुनाव से पहले आरएलडी ने सपा से गठबंधन तोड़ कर बीजेपी के साथ गठबंधन कर लिया है।
मुजफ्फरनगर लोकसभा में किस चरण में कब वोट डाले जाएंगे ?
मुजफ्फरनगर लोकसभा में पहले चरण में वोट डाले जायेंगे। मुजफ्फरनगर लोकसभा चुनाव के लिए 19 अप्रेल को डाले जायेंगे।
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मुजफ्फरनगर लोकसभा चुनाव का मुद्दा
मुजफ्फरनगर लोकसभा चुनाव में बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ ही गन्ना किसानों की समस्या है।
मुजफ्फरनगर लोकसभा का चुनाव इंडिया गठबंधन से कौन लड़ेगा ?
मुजफ्फरनगर लोकसभा से इंडिया गठबंधन की ओर से सपा ने हरेंद्र मल्लिक को टिकट दिया है। वहीं बसपा ने दलित समाज से आने वाला दारा सिंह प्रजापति को उम्मीदवार बना कर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है।
https://twitter.com/HarendraMalikMP/status/1759580023760040441
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मुजफ्फरनगर लोकसभा चुनाव का नतीजा
मुजफ्फरनगर लोकसभा चुनाव का नतीजा 4 जून को आएगा। इसी दिन पता चल पाएगा कि मुजफ्फरनगर की जनता एक बार फिर बीजेपी को मौका देती है या इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार को मौका देती है।