प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में चुनाव आयोग के दो चुनाव आयुक्तों के चयन के लिए उच्च स्तरीय चयन समिति की बैठक आज 14 मार्च को होगी। इस बैठक का आयोजन 15 मार्च को होने वाली थी, जिसे एक दिन पहले ही आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए बुलाई गई है। इस बैठक में पीएम मोदी, विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी एवं प्रधानमंत्री द्वारा नामित केंद्र सरकार के एक मंत्री उपस्थित रहेंगे। पीएम मोदी ने केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को इस समिति के लिए नामित किया है।
चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति कौन करता है ?
प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय चयन समिति के द्वार चुने गए दोनों चुनाव आयुक्तों को भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के द्वारा नियुक्त की जाएगी। इससे पहले कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के द्वार सर्च कमिटी की बैठक बुधवार की शाम को आयोजित की गई थी जिसके द्वारा 5 नामों को शॉर्टलिस्ट किया।सूत्रों से मिली जानकरी के अनुसार शॉर्टलिस्टेड नामों में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के प्रमुख सनजय कुमार मिश्रा, NIA प्रमुख दिनकर गुप्ता, पूर्व सीबीटी प्रमुख पीसी मोदी, जेबी महापात्र और राधा इस चुआनाह का नाम शामिल है। उसके बाद इन पांच नामों को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली चयन समिति में भेजा गया। चयन समिति के द्वार दो नामों का चयन कर उसे राष्टपति के पास भेज दिया जाएगा। फिर उन दोनों को राष्ट्रपति के द्वारा नियुक्त किया जाएगा।
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भारतीय संविधान के अनुसार चुनाव आयोग में एक मुख्य चुनाव आयुक्त के साथ ही दो चुनाव आयुक्त होते हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त अभी राजीव कुमार हैं। इसके अलावा दोनों चुनाव आयुक्त के पद अभी खाली है। 9 मार्च को चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने अचानक इस्तीफा दे दिया था जिसे राष्टपति के द्वारा स्वीकार कर लिया गया था। वहीं दूसरे चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय पिछले महीने में ही सेवानिवृत्त हुए थे। अरुण गोयल का कार्यकाल 2027 तक था।