लोकसभा के स्पीकर पद पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सहमति नहीं बनी है। सत्ता पक्ष की तरफ से ओम बिरला और विपक्ष की तरफ से के सुरेश होंगे स्पीकर पद के उम्मीदवार। इसी के साथ सालों से चली आ रही सहमति से स्पीकर चुनने की परंपरा भी टूट गई है। परंपरा यह थी कि स्पीकर सर्वसम्मति से सत्ता पक्ष का बनता था और डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को मिलता था। ऐसा पहली बार होगा कि स्पीकर पद के लिए चुनाव होगा।
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ओम बिरला और के सुरेश दोनों ने नामांकन भर दिया है। भारत के संसदीय इतिहास में ऐसा पहली बार होगा कि स्पीकर पद पर चुनाव होगा। अब कल लोकसभा अध्यक्ष के लिए चुनाव होगा . के सुरेश कांग्रेस के संसद हैं .
संख्या बल की बात करे तो एनडीए के पास 293 सांसदों का समर्थन है वहीं इंडिया गठबंधन के पास 233 सांसदों का समर्थन प्राप्त है . बहुमत का आंकड़ा 272 है . अन्य की संख्या 16 है जिसमें से सात निर्दलीय है .
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि विपक्ष के पास राजनाथ सिंह का कॉल आया था। उन्होंने कहा कि स्पीकर पद पर विपक्ष को समर्थन करना चाहिए और एक राय बनानी चाहिए। हमने कहा कि हम स्पीकर का समर्थन करेंगे, लेकिन डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को मिलना चाहिए। राजनाथ सिंह ने कहा था कि मल्लिकार्जुन खड़गे को कॉल बैक करेंगे। लेकिन वो कॉल अभी तक नहीं आया। मोदी कहते कुछ हैं और करते कुछ हैं। अगर डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को मिलेगा, तब ही हम समर्थन करेंगे।