जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करते हुए कई कठोर कदम उठाए हैं। इनमें सबसे बड़ा कदम 1960 की सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित करना रहा। इसके अलावा भारत ने पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों में भी कटौती करने की घोषणा की है।
भारत सरकार के इन फैसलों से पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार में हड़कंप मच गया है। जवाबी प्रतिक्रिया में पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया है। अब कोई भी भारतीय कमर्शियल फ्लाइट पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र से नहीं गुजर सकेगी।
पाकिस्तान ने बंद किया एयरस्पेस, भारत के फैसलों पर जताई नाराज़गी
पाकिस्तानी सरकार ने गुरुवार को एक उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक के बाद यह फैसला लिया। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में भारत के हालिया निर्णयों को लेकर चर्चा की गई। पाकिस्तान के डिप्टी पीएम इशाक डार ने एक टेलीविज़न चैनल से बातचीत में भारत के फैसलों को “भावनाओं में बहकर उठाया गया निर्णय” बताया।
बुधवार रात को जेद्दा से लौटते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विमान पाकिस्तान के एयरस्पेस से होते हुए न आकर वैकल्पिक रास्ते से भारत पहुंचा, जबकि हमले से पहले जेद्दा जाते समय पीएम मोदी का विमान पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र से होकर गया था।
भारत ने लिए सख्त निर्णय, सिंधु जल संधि स्थगित, राजनयिक स्टाफ घटेगा
भारत ने पहलगाम हमले को सीधे-सीधे पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का नतीजा मानते हुए स्पष्ट किया कि अब और सहन नहीं किया जाएगा। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने जानकारी दी कि भारत ने सिंधु जल संधि को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक पाकिस्तान सीमापार आतंकवाद को समाप्त करने के ठोस प्रमाण नहीं देता, तब तक संधि पर पुनर्विचार नहीं होगा।
इसके साथ ही भारत ने दोनों देशों के राजनयिक स्टाफ की संख्या में कटौती की घोषणा की है। अब एक मई तक दिल्ली और इस्लामाबाद में केवल 30-30 अधिकारी ही तैनात रहेंगे, जो पहले 55 की संख्या में थे।
सीमा चौकियों पर कड़ा पहरा, अटारी बॉर्डर बंद
भारत ने पंजाब के अटारी-वाघा बॉर्डर को अस्थायी रूप से बंद करने का भी निर्णय लिया है। सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा कारणों से यह कदम उठाया गया है। इस फैसले का असर सीमावर्ती व्यापार और यात्री आवाजाही पर सीधा पड़ेगा।
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भारत का संदेश स्पष्ट: आतंकवाद को सहन नहीं किया जाएगा
विदेश सचिव ने साफ कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलता है और अब कोई भी आतंकी हमला बिना जवाब के नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि पहलगाम के हमलावरों और उनके सरपरस्तों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें न्याय के कठघरे में लाकर ही दम लिया जाएगा।