उत्तर प्रदेश में आगरा के ताज होटल और कन्वेंशन सेंटर में द्वितीय पंचायत सम्मेलन का आयोजन पंचायती राज मंत्रालय द्वारा 19 नवंबर को होने जा रहा है। पंचायती राज मंत्रालय देश भर में चार पंचायत सम्मेलन करने के निर्णय लिया हुआ है जिसमें से यह दूसरा पंचायत सम्मेलन है। पहला पंचायत सम्मेलन का आयोजन हैदराबाद में किया गया था। देश भर के ग्रामीण क्षेत्रों में जमीनी स्तर पर शासन तंत्र को सुदृढ़ करने के लिए यह महत्वपूर्ण पहल किया गया है।
इस पंचायत सम्मेलन में असम, अरुणाचल प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, नागालैंड, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सहित आठ राज्यों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। पंचायत प्रतिनिधि अपने शासन का अनुभव साझा करेंगे। ग्रामीण स्तर पर बेहतर शासन व्यवस्था स्थापित करने के लिए पंचायत पदाधिकारी और पंचायत निर्वाचित प्रतिनिधि इस विस्तृत विचार-विमर्श में भाग लेंगे। कार्यशाला का उद्देश्य ग्रामीण शासन व्यवस्था में तेज़ी लाना है जो पूरे देश में ग्रामीण नागरिकों की जीवन जीने की स्तर को बढ़ाएगा। इस पंचायत सम्मेलन को 11 भाषाओं – बंगाली, अंग्रेजी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, ओडिया, पंजाबी, तमिल और तेलुगु में लाइव स्ट्रीम किया जाएगा।
पंचायती राज मंत्रालय को संवैधानिक प्रावधान के अनुसार कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, सामाजिक कल्याण और सार्वजनिक वितरण प्रणाली सहित 29 विषय पर कार्य करने का जिम्मा दिया गया हुआ है। जो विकेंद्रीकृत शासन के द्वारा किया जाना है। लोकतांत्रिक शासन के तीसरे स्तर के तौर पर ग्राम पंचायतें ग्रामीणों को प्रभावी रूप से उन तक समय पर सीधी सरकारी सेवाएं सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
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पंचायत सम्मलेन की अध्यक्षता पंचायती राज राज्य मंत्री प्रो. एस. पी. सिंह बघेल करेंगे। इस सम्मलेन में उत्तर प्रदेश के पंचायती राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर, पंचायती राज मंत्रालय सचिव विवेक भारद्वाज, उत्तर प्रदेश सरकार के पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव नरेंद्र भूषण, पंचायती राज मंत्रालय के संयुक्त सचिव आलोक प्रेम नागर भी शामिल होंगे।