उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम के लिए नए नियम बनाए गए हैं और ये नियम पुलिकर्मियों के लिए हैं। विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं के साथ अच्छा व्यवहार और परिसर में बेहतर माहौल के लिए पुलिसकर्मी, पुजारियों की वेशभूषा में तैनात किए गए हैं।
कमिश्नरेट के नए पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के निर्देश के बाद से यह व्यवस्था लागू कर दी गई है। बता दें कि वाराणसी में विश्वनाथ धाम परिसर में कई बार श्रद्धालुओं द्वारा पुलिसकर्मियों पर अभद्रता के आरोप लगाए गए हैं। जिसके बाद से सीपी ने ये नए नियम लागू किए हैं। जिसके तहत ‘नो टच पॉलिसी’ और पुलिसकर्मियों को पारंपरिक वेशभूषा में ड्यूटी करने के निर्देश दिए गए हैं।
https://twitter.com/panchayati_pt/status/1778688781316469219
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भड़के अखिलेश यादव
हालांकि, इस फैसले से अब राजनीतिक रंग चढ़ना शुरू हो गया है। जिसपर पक्ष और विपक्ष दो धड़ सामने आ रहे हैं।
इसी क्रम में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए वाराणसी कमिश्नरेट को पुलिस मैनुअल याद दिलाया।
https://twitter.com/yadavakhilesh/status/1778451180483682531
उन्होंने सोशल प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, पुजारी के वेश में पुलिसकर्मियों का होना किस ‘पुलिस मैन्युअल’ के हिसाब से सही है? इस तरह का आदेश देनेवालों को निलंबित किया जाए। कल को इसका लाभ उठाकर कोई भी ठग भोली-भाली जनता को लूटेगा तो उप्र शासन-प्रशासन क्या जवाब देगा। निंदनीय!
पहले भी लागू हुए थे नियम
हालांकि ये नियम नए नहीं हैं। 2018 में भी तत्कालीन आईजी रेंज वाराणसी दीपक रत्न ने गर्भ गृह में ऐसे ही नियम लागू किए थे। जिसमें गर्भ गृह के भीतर पीले कुर्ते और सफेद दोती में पुलिसकर्मी तैनात रहते थे। उस समय काशी विश्वनाथ परिसर का निर्माण नहीं हुआ था। कुछ समय बाद किन्हीं कारणों से ये व्यवस्था बंद कर दी गई थी।
अब वाराणसी के तत्काल पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने ये व्यवस्था फिर से लागू कर दी है।