पूर्णिया लोकसभा चुनाव 2024: लोकसभा चुनाव का एलान हो चुका है। दूसरे चरण का अधिसूचना भी जारी हो चुकी है। एकबार फिर सांसद आपके बीच वोट मांगने जाएंगे। नए वादे करेंगे, नए इरादे का इजहार करेंगे। आप उनके बातों में आएं, उससे पहले उन सांसद महोदय का पिछले पांच साल का रिकॉर्ड जान लीजिये। सांसद महोदय ने संसद में कितना सवाल पूछा है, संसद निधि कितना खर्च किया है, कितने दिन संसद में उपस्थित रहें हैं ? ये सब जानकारी हम आपके लिए एक जगह इकट्ठा कर के लाए हैं।
पूर्णिया लोकसभा का निर्माण कब हुआ ?
पूर्णिया लोकसभा देश का पहला लोकसभा चुनाव 1952 से अस्तित्व में है। शुरुआत में यहां कांग्रेस का दबदबा रहा। लेकिन 1989 से यहां जनता पार्टी, बीजेपी, समाजवादी पार्टी, जेडीयू का कब्ज़ा रहा। 1989 से यहां कांग्रेस और उसका गठबंधन का साथी कभी नहीं जीता है। पूर्णिया प्रमंडल होने के साथ ही जिला मुख्यालय भी है। इस क्षेत्र में पवित्र गंगा के अलावा कोसी, महानंदा तथा पनार नदियां बहती हैं। यहां तंबाकू का खूब उत्पादन होता है। यहां मोटे रंगीन कपड़े, चटाइयां तथा जूट के सामान बनाए जाते हैं।
पूर्णिया लोकसभा चुनाव 2019 का नतीजा
जहां तक बात 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजों की करें तो एनडीए गठबंधन में जेडीयू के टिकट पर चुनाव लड़े सांसद संतोष कुमार कुशवाहा को 632,924 वोट और दूसरे स्थान पर महागठबंधन से कांग्रेस के प्रत्याशी उदय सिंह आए थें जिनको 3,69,463 वोट मिला था। इस बार भी एनडीए गठबंधन में जेडीयू ने संतोष कुमार कुशवाहा पर विश्वास जताते हुए फिर से टिकट दिया है।
https://twitter.com/MPSantoshPurnea/status/1763522133899014263
पूर्णिया सांसद संतोष कुमार कुशवाहा ने संसद में कितने सवाल पूछे ओर कितने दिन उपस्थित रहें ?
पूर्णिया सांसद संतोष कुमार कुशवाहा ने संसद में पिछले पांच साल में 128 प्रश्न ओर 26 डिबेट में भाग लिया। पूर्णिया सांसद संतोष कुमार कुशवाहा की संसद में उपस्थिति 81% रही।
पूर्णिया सांसद संतोष कुमार कुशवाहा ने सांसद निधि का कितना खर्च किया ?
पूर्णिया सांसद संतोष कुमार कुशवाहा ने अपने संसदीय क्षेत्र में अपने संसदीय फंड से 10.4374 करोड़ खर्च किया है। सरकार ने कुल 12.07420 करोड़ रुपया स्वीकृत किया जिसमें से 0.05 करोड़ खर्च नहीं हुआ।
पूर्णिया लोकसभा का जातीय समीकरण
पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र में जातीय समीकरण की बात करें तो यहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है। मुस्लिम मतदाताओं की संख्या लगभग सात लाख है। यादव मतदाताओं की संख्या डेढ़ लाख है। ब्राह्मण और राजपूत मतदाताओं की संख्या सवा लाख है। वहीं 1 लाख अन्य जातियों के मतदाताओं की संख्या है। कुशवाहा मतदाता भी यहां निर्णायक भूमिका निभाते हैं।
पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र के 6 विधानसभा का क्या हाल है?
पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र में कुल 6 विधानसभा बनमनखी (BJP), धमदाहा (JDU), रुपौली (JDU), क़स्बा (Cong), पूर्णिया (BJP) और कोढ़ा (BJP) आता है। पूर्णिया लोकसभा के कुल 6 विधानसभा में एनडीए के पास 5 और इंडिया गठबंधन के पास 1 सीट है।
पूर्णिया लोकसभा में किस चरण में कब वोट डाले जाएंगे ?
पूर्णिया लोकसभा में दूसरे चरण में वोट डाले जायेंगे। पूर्णिया लोकसभा चुनाव के लिए अधिसूचना 28 मार्च, नामांकन का अंतिम तिथि 4 अप्रैल, नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 08 अप्रैल और वोट 26 अप्रैल को डाले जायेंगे।
यह भी पढ़ें: बिहार लोकसभा चुनाव 7 चरणों में होगा; जानें कब, कहां डाले जायेंगे वोट?
पूर्णिया लोकसभा चुनाव का मुद्दा
पूर्णिया लोकसभा चुनाव में बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य और बाढ़ की समस्या है।
पूर्णिया लोकसभा का चुनाव इंडिया गठबंधन से कौन लड़ेगा ?
पूर्णिया लोकसभा से इंडिया गठबंधन की ओर से राजद ने जेडीयू से आए विधायक बीमा भारती को टिकट दी है। यहां से पूर्व संसद पप्पू यादव ने निर्दलीय नामांकन किया है। वे कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ना चाह रहे थें। लेकिन यह सीट कांग्रेस के खाते में न जाकर राजद के पास चली गई।
यह भी पढ़ें: जानें दरभंगा लोकसभा चुनाव 2024 का समीकरण, मुद्दा, सांसद का रिपोर्ट कार्ड
पूर्णिया लोकसभा चुनाव का नतीजा
पूर्णिया लोकसभा चुनाव का नतीजा 4 जून को आएगा। इसी दिन पता चल पाएगा कि पूर्णिया की जनता एक बार फिर जेडीयू को मौका देती है या इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार को मौका देती है।