भारत के संविधान ने बिना किसी भेदभाव के न्यायसंगत समाज सुनिश्चित की है। न्यायसंगत समाज बनाने में केंद्र सरकार, राज्य सरकार, न्यायालय के साथ ही ग्राम पंचायत भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। वैसे भी जब तक समाज के निचले पायदान पर स्थित लोगों को न्याय नहीं मिलती तब तक हम न्यायसंगत समाज की परिकल्पना नहीं कर सकते।
न्यायसंगत समाज बनाने में हिमाचल की थानेधार पंचायत एक बेहतरीन उदाहरण बनकर सामने आया है। यह पंचायत न्यायसंगत पंचायत के तौर पर उभरा है। आइए जानते हैं, इस पंचायत की नेतृत्वकर्ता, उपलब्धियों, योजनाओं और विकास के पहलुओं के बारे में विस्तार से।
न्यायसंगत पंचायत किसे कहते हैं?
सामाजिक रूप से न्यायसंगत और संरक्षित पंचायत वह है जो गरीबी रेखा से नीचे के लोग, विकलांग, निराश्रित और सामाजिक रूप से वंचित समूहों के जीवन स्तर में सुधार के साथ सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करती है।
न्यायसंगत पंचायत बनाने में ग्राम पंचायतों की भूमिकाः
- महिलाओं और बालिकाओं के लिए सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करना
- पीड़ित के पुनर्वास का समर्थन करना और कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करना
- समावेशी एवं गुणवत्तापरक शिक्षा सुनिश्चित करना
- स्कूलों और स्वास्थ्य केंद्रों में गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचे को सुनिश्चित करना
- सभी जन्में बच्चों का पूर्ण पंजीकरण सुनिश्चित करना
- समान कार्य अवसर सुनिश्चित करना
- रोजगार सृजन को सुगम बनाना
ग्राम पंचायत का परिचय
सामाजिक रूप से न्यायसंगत एवं संरक्षित पंचायत के रूप में उभरा थानेधार पंचायत हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के ब्लॉक नारकंडा में स्थित है। थानाधार पंचायत की कुल जनसंख्या 2034 हैं। इसमें पुरुषों की संख्या 1033 और महिलाओं की संख्या 1001 है। इस ग्राम पंचायत में कुल निर्वाचित सदस्य 07 है, जिसमें 04 पुरुष और 03 महिलाऐं हैं। इस पंचायत में की कुल परिवार 547 है। इस ग्राम पंचायत का नेतृत्व ग्राम प्रधान संदीप शरोल कर रहे हैं।
थानेधार पंचायत की मुख्य उपलब्धियाँ
- मनरेगा के तहत जॉब कार्ड धारकों की संख्या 125 से बढ़कर 360 हुई।
- 2022-23 में, 23,79,000 स्थानीय परियोजनाओं, रोजगार के अवसर पैदा करने और स्थानीय बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए निर्देशित किए गए।
- स्वयं सहायता समूहों की संख्या 5 से बढ़कर 25 हुई।
- 40 बीपीएल परिवारों और 547 पीडीएस कार्डधारकों को आवश्यक सेवाओं का प्रावधान।
- सरकारी योजनाओं के बारे में नियमित जागरूकता शिविर।
- स्वच्छता के क्षेत्र में कार्य करना
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ग्राम पंचायत थानेधार में हुए कार्यों को देखते हुए इस पंचायत को “सामाजिक रूप से न्यायपूर्ण एवं सामाजिक रूप से सुरक्षित पंचायत” के तहत राष्ट्रपति से सम्मानित किया गया। यह सम्मान ग्राम प्रधान संदीप शरोल ने प्राप्त किया।