मंगलवार का दिन भारत के लिए खास रहा। जब अंडर-19 क्रिकेट टीम ने वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में जीत फतह की और फाइनल में पहुंची। पहले 12 ओवर भारत के लिए बेहद कठिन रहे जिसमें, टीम ने 32 रन में अपने चार विकेट खो दिए थे।
लेकिन फिर कप्तान उदय सहारन और सचिन धास ने कमान संभाली और अपनी धुंआधार बल्लेबाजी से मेजबान साउथ अफ्रीका को हराकर फाइनल में अपनी जगह बनाई। दोनों की जोड़ी ने भारत के लिए नाबाद 171 रन बनाए और फाइनल में एंट्री दिलाई। प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड उदय सहारन के नाम रहा। लेकिन सचिन धास की गूंज हर तरफ है। सचिन धास ने महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के नाम के अनुरूप अपना प्रदर्शन दिया और विरोधियों के दांत खट्टे कर दिए। क्रीज पर 121 मिनट गुजारते हुए सचिन ने 11 चौके और एक छक्के लगाए और 47 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया।
आइए जानते हैं सचिन धास और उदय सहारन के बारे में, जो बने सेमीफाइनल के सुपरस्टार..
कौन हैं सचिन धास
अंडर-19 क्रिकेट टीम के वर्ल्ड कप में प्रवेश करने के साथ ही सचिन धास लाइमलाइट पर आ गए हैं। सेमीफाइनल में सचिन, टीम के लिए बजरंगबली बनकर आए और हारी बाजी जीत गए।
महाराष्ट्र से हैं सचिन धास
सचिन धास महाराष्ट्र के बीड से ताल्लुक रखते हैं। सचिन, पुणे में एक अंडर-19 टूर्नामेंट में बल्लेबाजी करके चमके थे। यहां तक कि उस समय उनके छक्के से आयोजक इतने हैरान हुए थे उनके बैट में जांच की गई। सचिन के पिता संजय धास ने सचिन तेंदुलकर के नाम पर उनका नाम रखा। एक मीडिया को दिए गए इंटरव्यू में सचिन के पिता ने कहा था कि बचपन से ही वो अपने बेटे को क्रिकेटर बनाना चाहते थे और इसीलिए बेटे का नाम सचिन रखा।
उदय सहारन के बारे में जानें
उदय सहारन अंडर 19 के कप्तान हैं। साउथ अफ्रीका के खिलाफ बेनोनी में सेमीफाइनल मैच में उदय प्लेयर ऑफ द मैच रहे।
मंगलवार को साउथ अफ्रीका के खिलाफ सेमीफाइनल में कप्तान उदय सहारन ने 81 रनों का स्कोर बनाया। अब भारत का मुकाबला 11 फरवरी को पाकिस्तान या ऑस्ट्रेलिया के साथ हो सकता है।
उदय सहारन राजस्थान के श्रीगंगानगर के रहने वाले हैं। उनका जन्म 8 सितंबर 2004 में हुआ था। उदय ने 11 साल की उम्र में बैट थाम लिया था। एक बातचीत में उदय ने बताया कि उन्होंने पढ़ाई के साथ अपनी क्रिकेट की कोचिंग भी जारी रखी। उदय अभी बठिंडा के एक कॉलेज में बीए सेकेंड ईयर के स्टूडेट हैं। उदय ने 11 साल की उम्र में जिला क्रिकेट एसोसिएशन फाजिल्का की तरफ से खेला था।