कहा जाता है कि शहर अमीर होते हैं और गाँव गरीब. ये बात एक हद तक सच है पर पूरी तरह नहीं. अब दुनिया में कई जगह गाँव भी ऐसे पाए जाते हैं जो काफी अमीर हैं और शहरों को शर्मिंदा कर रहे हैं. ऐसा ही एक गाँव है जिसे दुनिया का सबसे अमीर गाँव कहा जाता है.
दुनिया का सबसे अमीर गाँव दुनिया के बहुत से शहरों को शर्मिंदा करता है. इसका कारण इसकी छवि भी है और इसकी अमीरी भी. इस गाँव के लोगों की सेलेरी सुन कर वास्तव में आप अचम्भित रह जाएंगे. सच तो ये है कि आपको विश्वास ही नहीं होगा.
इस गाँव ने लोगों को धनी बना दिया है या लोगों ने इस गाँव को धनी बना दिया है, कहना आसान नहीं है. वास्तव में इस गाँव में दुनिया के बहुत धनी लोग रहते हैं. इन धनी लोगों के गाँव में हर व्यक्ति की सैलरी लगभग 80 लाख रुपये है.
नाम है हुआझी गांव
ये गाँव अमेरिका या यूरोप में नहीं है बल्कि चीन में है. आज जब दुनिया में लगभग हर तरफ महंगाई पैर पसार रही है, चीन का ये गाँव लखपतियों का गाँव है जहां महंगाई का कोई असर कभी नहीं होता. चीन के जियांगयिन शहर के पास बसे इस गाँव का नाम है हुआझी गांव (Huazhi Village). यहां के हर निवासी की इनकम 80 लाख रुपये से भी ज्यादा है.
करते हैं परम्परागत खेती
इस गाँव के लोग सोने-चांदी या हीरे-मोती का व्यवसाय नहीं करते बल्कि परम्परागत खेती करते हैं. ज्यादातर लोग इस गाँव में खेती ही करते हैं. खेतीबाड़ी करने वाले इस गांव के किसान आलीशान घर, महंगी गाड़ियों समेत कई लग्जरीज का आनंद लेते हैं.
मेट्रो विलेज है ये गाँव
बाते करें गांव की सड़कों की या पानी की – हर चीज़ की व्यवस्था किसी मेट्रो सिटी (Metro City) से कम नहीं है. हो सकता है इस गाँव के लोगों के बारे में जानकार आपको उनसे जलन भी हो सकती है. लेकिन यदि आप इनसे प्रेरणा लेंगे तो आप भी लखपति बन सकते हैं.
हालत बुरी थी साठ साल पहले
साठ साल पहले इस गाँव की हालत काफी खराब थी. वर्ष 1961 की बात करते हैं तब इस गांव की स्थिति शुरुआत में अभी की स्थिति से बिल्कुल अलग थी और इस गाँव को इसकी गरीबी के कारण जाना जाता था. उस समय यहां के कृषि (Agriculture) के हालात भी काफी बदतर थे. फिर भी गाँव के लोगों ने हिम्मत नहीं हारी और योजना बना कर परिश्रम करते करते इस गांव को अंततः ऐसे मुकाम पर पहुंचा दिया कि आज इस गाँव को अमीरों का गाओं कहा जाता है.
गाँव के मुखिया को जाता है श्रेय
एक गरीब गाँव को दुनिया के सबसे अमीर (Richest) गांव में बदलने का श्रेय जाता है गाँव के अध्यक्ष वू रेनवाओ को. उन्होंने अपने संकल्प और समर्पण से इस गांव का भाग्य बदल डाला. उन्होंने सामूहिक खेती की अवधारणा को उपयोग में ला कर गाँव में पैसे की बरसात करा दी. सामूहिक खेती का अर्थ है कि गाँव के लोग अलग-अलग खेती नहीं करते बल्कि मिल कर करते हैं. इस सामूहिक खेती पर लक्ष्मी मैया के कृपा मेहरबान हो गई है. दुनिया के हर गाँव को इससे सीख लेना चाहिए और सामूहिक खेती को अपना कर लखपति बनना चाहिए.