‘ईश्वर से मिलाने के नाम पर बनाता था नपुंसक’ – गुरमीत का डॉक्टर करता था ये काम -इस आरोप पर शुरू होगा ट्रायल जो बढ़ाएगी परेशानी गुरमीत राम रहीम की..
डेरा सच्चा सौदा में जब साधुओं को नपुंसक बनाने के मामले में पंजाब-हरियाणा की उच्च अदालत ने अपना निर्णय सुरक्षित रख लिया है. हाईकोर्ट के फैसले के आ जाने बाद इस मामले का ट्रायल शीघ्र प्रारम्भ हो सकता. डेरा के प्रमुख मुखी गुरमीत राम रहीम को है. सीबीआई कोर्ट ने इस केस की गवाहों के बयानों की कॉपी और डायरी सौंपने का आदेश दिया था जिसके विरुद्ध सीबीआई ने हाईकोर्ट में अपनी एक याचिका दायर की थी.
हाईकोर्ट ने रखा निर्णय सुरक्षित
डेरा सच्चा सौदा मुखी (Gurmeet Ram Rahim) को साधुओं को नपुंसक बनाने के प्रकरण में इस केस के गवाहों के बयानों की कॉपी और इसकी डायरी सौंपने के पंचकूला सीबीआई कोर्ट के आदेश के विरुद्ध दाखिल की गई सीबीआई की याचिका पर पंजाब-हरियाणा उच्च अदालत ने अपना निर्णय सुरक्षित रख लिया है.
6 साल पहले रोका था ट्रायल
साल 2019 में सीबीआई की इस याचिका पर हाईकोर्ट ने इस केस की सुनवाई पर रोक लगा दी थी, तब से इस मामले का ट्रायल आगे नहीं बढ़ पाया. अब इस केस का निर्णय आने के बाद मामले की सुनवाई शुरू हो सकती है.
याचिका में थे ये आरोप
डेरे में साधुओं को नपुंसक बनाने के केस में हाईकोर्ट में याचिका डाली गई थी. इस मामले में याचिकाकर्ता का आरोप था कि आश्रम में साधुओं को ईश्वर से मिलाने के नाम पर नपुंसक बनाया जा रहा है.
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स्वयं हुआ इस साजिश का शिकार
याचिकाकर्ता ने कहा था कि स्वयं वह भी इस साजिश का शिकार हुआ है और अब उसके शरीर में अजीब बदलाव होने लगे हैं. उच्च अदालत ने मामले के लम्बे ट्रायल के बाद सीबीआई जांच का आदेश दिया था.
निचली अदालत में चार्जशीट दाखिल
सीबीआई ने अदालत के इस आदेश के बाद जांच शुरू की और उसके उपरान्त निचली अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी. उसके बाद से ही ये मामला पंचकूला की सीबीआई कोर्ट में चल रहा है.