बेंगलुरु के इंजीनियर अतुल सुभाष ने पत्नी निकिता सिंघानिया से तंग आकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले अतुल ने 90 मिनट का वीडियो बनाया और 24 पेज का सुसाइड नोट लिखा। इसके साथ ही उन्होंने यूपी के जौनपुर फैमिली कोर्ट के जज रीता कौशिक को भी आत्महत्या करने कारण बताया।
अतुल सुभाष ने कहा कि मेरी पत्नी ने ये केस सेटल करने के लिए पहले 1 करोड़ रुपए की मांग की थी, लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 3 करोड़ रुपए कर दिया। उन्होंने कहा कि जब इस 3 करोड़ रुपए की मांग के बारे में उन्होंने जौनपुर की फैमिली कोर्ट की जज को बताया तो उन्होंने भी पत्नी का साथ दिया।
जज ने कहा कि तुम आत्महत्या क्यों नहीं कर लेते
अतुल ने कहा कि मैंने जज को बताया कि NCRB की रिपोर्ट बताती हैं कि देश में बहुत सारे पुरुष झूठे केस की वजह से आत्महत्या कर रहे हैं, तो जज ने मुझे कहा कि तुम आत्महत्या क्यों नहीं कर लेते हो। इतना कहकर जज हंस पड़ी और कहा कि ये केस झूठे ही होते हैं, तुम परिवार के बारे में सोचो और केस को सेटल करो। इसके साथ ही उन्होंने कह कि जज ने केस सेटल करने के लिए 5 लाख रुपए की मांग की।
सुसाइड से पहले बने गए वीडियो में अतुल सुभाष ने बताया कि 2 साल में केस की 120 तारीखें लगी। वह अपने वीडियो में कह रहे हैं कि अगर मुझे न्याय नहीं मिला तो मेरी अस्थि कोर्ट के बाहर नाले में फेंक देना।
2019 में हुई थी शादी
AI इंजीनियर अतुल सुभाष की शादी 2019 में निकिता सिंघानिया से हुई थी। कुछ दिनों बाद निकिता अचानक बेंगलुरु से वापस जौनपुर लौट आई। निकिता ने अतुल और उसके फैमिली के खिलाफ दहेज उत्पीड़न और घरेलू हिंसा का केस किया।
बेंगलुरु पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
बेंगलुरु पुलिस ने दिवंगत अतुल सुभाष की पत्नी और उनके परिवार के खिलाफ बीएनएस की धारा 108 3(5) के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।