दिल्ली में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) को मिली करारी हार के बाद अब उसे दिल्ली नगर निगम (MCD) में भी एक बड़ा झटका लगा है। 15 फरवरी को तीन आम आदमी पार्टी (AAP) के पार्षद भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए। यह घटनाक्रम दिल्ली नगर निगम में सत्ता के लिए संघर्ष को और भी दिलचस्प बना रहा है।
बीजेपी में शामिल होने वाले पार्षदों के नाम
आम आदमी पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने वाले पार्षदों में एंड्रयूज गंज से अनीता बसोया, आरके पुरम से धर्मवीर और चपराना से निखिल का नाम शामिल है। इन तीनों पार्षदों को दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने पार्टी की सदस्यता दिलाई।
AAP के लिए बढ़ी हुई चुनौती
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को मिली हार के बाद अब एमसीडी में भी उसे कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। पहले ही कई पार्षद पार्टी से नाराज चल रहे थे, और अब तीन प्रमुख पार्षदों का बीजेपी में शामिल होना आम आदमी पार्टी के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है। इसके साथ ही यह संकेत मिल रहे हैं कि नगर निगम में भी बीजेपी की पकड़ मजबूत हो रही है।
क्या एमसीडी में होगा सत्ता परिवर्तन?
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली नगर निगम चुनाव में बहुमत हासिल कर मेयर पद पर कब्जा किया था, लेकिन अब स्थिति बदलने लगी है। अगर और पार्षद बीजेपी में शामिल होते हैं, तो एमसीडी में सत्ता परिवर्तन संभव हो सकता है। बीजेपी ने पहले ही संकेत दिए हैं कि वह एमसीडी में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए रणनीतियां बना रही है।
दिल्ली की राजनीति में बढ़ी हलचल
दिल्ली की राजनीति में इन दिनों काफी हलचल देखने को मिल रही है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) लगातार आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर भ्रष्टाचार और कुप्रशासन के आरोप लगा रही है।
शराब नीति घोटाले से लेकर नगर निगम में फंड के दुरुपयोग तक बीजेपी कई मुद्दों पर आम आदमी पार्टी को घेरती रही है। अब जब आम आदमी पार्टी के पार्षद बीजेपी में शामिल हो रहे हैं, तो यह संभावना जताई जा रही है कि एमसीडी में भी बड़ा उलटफेर हो सकता है।
आने वाले दिनों में क्या हो सकता है?
अब सवाल यह उठता है कि क्या और पार्षद आम आदमी पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल होंगे? क्या बीजेपी दिल्ली नगर निगम में बहुमत हासिल कर पाएगी? इन सवालों का जवाब आने वाले समय में ही मिलेगा, लेकिन इस घटनाक्रम ने दिल्ली की राजनीति में हलचल बढ़ा दी है।
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आने वाले दिनों में दिल्ली की राजनीति में और भी दिलचस्प घटनाएं देखने को मिल सकती हैं, जिससे यह साफ होता है कि आगामी चुनावों और राजनीतिक घटनाक्रमों में बडी उथल-पुथल हो सकती है।