कतर से एक अच्छी और बड़ी खबर आ रही है। कतर में आठ भारतीय नौसैनिकों को रिहा किया गया है, जिन्हें फांसी की सजा
सुनाई गई थी। इनमें से सात भारत लौट आए हैं जिनका बड़े जोश के साथ स्वागत किया गया। बता दें कि इन पर जासूसी का आरोप लगा था और सभी को फांसी की सजा सुनाई गई थी लेकिन बाद में इनकी सजा उम्रकैद में तब्दील कर दी गई थी। सभी दहरा ग्लोबल कंपनी के लिए काम करते थे और जासूसी के आरोप में सजा काट रहे थे।
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कतर की इंटेलिजेंस एजेंसी के स्टेट सिक्योरिटी ब्यूरो ने इन्हें 30 अगस्त 2022 को गिरफ्तार किया था। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कतर के इस फैसले का स्वागत किया और कहा कि हमें इस फैसले से काफी खुशी है। इस फैसले के बाद
भारत और कतर के संबंध और मजबूत हो गए हैं।
वतन वापसी पर क्या बोले पूर्व नौसैनिकों?
कतर से रिहा होकर लौटे पूर्व नौसैनिकों ने वतन पहुंचते ही सरकार का धन्यवाद किया। कतर से लौटे पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों में से एक ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी के हस्तक्षेप के बिना हमारे लिए यहां खड़ा रहना संभव नहीं था, यह भारत सरकार के निरंतर प्रयासों के कारण हुआ।”
नौसेना कर्मियों में से एक ने कहा, “हमने भारत वापस आने के लिए लगभग 18 महीने तक इंतजार किया। हम प्रधानमंत्री के बेहद आभारी हैं। यह उनके व्यक्तिगत हस्तक्षेप के बिना संभव नहीं होता। हम भारत सरकार द्वारा किए गए हर प्रयास के लिए तहे दिल से आभारी हैं, उन प्रयासों के बिना यह दिन संभव नहीं होता।