महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव प्रचार अपने चरम पर पहुंच रहा है। बीजेपी समर्थित गठबंधन महायुति और कांग्रेस समर्थित गठबंधन महाविकास अघाड़ी के नेताओं के बीच जुबानी हमला तेज हो गया है। महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे चुनाव प्रचार के दौरान गद्दार कहे जाने पर कांग्रेस कार्यालय पहुंच गए।
महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे का काफिला चुनाव प्रचार के दौरान मुंबई के चंदावली क्षेत्र से गुजर रहा था। उसी समय कुछ कांग्रेस कार्यकर्त्ता गद्दार-गद्दार के नारे लगाने लगे। यह नारा जहां से लगाया गया वहां कांग्रेस का चुनावी कार्यालय भी है। यहाँ से कांग्रेस के टिकट पर नसीम खान चुनाव लड़ रहे हैं। जैसे ही यह नारा सीएम शिंदे ने सुना वह गुस्से में गाड़ी से उतरकर कांग्रेस कार्यालय पहुंच गए। उन्होंने वहां मौजूद कांग्रेस नेताओं से शिकायत की कि यही सिखाते हो अपने कार्यकर्त्ता को।
गद्दार-गद्दार के नारे लगाने वाले ने ज्वाइन किया शिवसेना (यूबीटी)
गद्दार-गद्दार के नारे लगाने वाले का नाम संतोष काटके है। सीएम शिंदे के खफीले में शामिल पुलिस ने संतोष काटके समेत कुछ कार्यकर्त्ता को हिरासत में लिया जिसे बाद में रिहा कर दिया गया। इस घटना के बाद संतोष काटके मातोश्री पहुंचे और उद्धव ठाकरे से मुलाकात कर शिवसेना (यूबीटी) में शामिल हो गए। संतोष के पिता साधु काटके रिपब्लिकन पार्टी ऑफ़ इंडिया के जिला अध्यक्ष हैं।
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कांग्रेस उम्मीदवार नसीम खान ने इस घटना पर कहा कि सीएम का कार्यालय आकर धमकाना गलत है। हम इसका राजनीतिकरण नहीं करना चाहते। हम भी कई वर्षों तक विधायक और मंत्री रहे हैं। लोकतंत्र में आलोचना का अधिकार है।