मधुबनी लोकसभा चुनाव 2024: लोकसभा चुनाव का एलान हो चुका है। पहले चरण का अधिसूचना भी जारी हो चुकी है। एकबार फिर सांसद आपके बीच वोट मांगने जाएंगे। नए वादे करेंगे, नए इरादे का इजहार करेंगे। आप उनके बातों में आएं, उससे पहले उन सांसद महोदय का पिछले पांच साल का रिकॉर्ड जान लीजिये। सांसद महोदय ने संसद में कितना सवाल पूछा है, संसद निधि कितना खर्च किया है, कितने दिन संसद में उपस्थित रहें हैं ? ये सब जानकारी हम आपके लिए एक जगह इकट्ठा कर के लाए हैं।
मधुबनी लोकसभा का निर्माण कब हुआ?
मधुबनी लोकसभा का निर्माण 1976 में हुआ। इससे पहले यह जयनगर लोकसभा क्षेत्र के अंदर आता था। वहीं 1952 में यह दरभंगा पूर्वी लोकसभा क्षेत्र के अंदर आता था। मधुबनी जिला का निर्माण 1972 में हुआ। इससे पहले यह दरभंगा जिला का भाग था। मधुबनी जिला मिथिला के अंदर आता है। मधुबनी चित्रकला दुनिया भर में प्रसिद्ध है। मां सीता जहां फूल लाने जाती थी और भगवन राम से प्रथम बार जहां उनकी भेट हुई थी वो “फुलहर” और कालिदास को मां दुर्गा के आशीर्वाद से जहां शिक्षा मिली थी वो स्थान “उच्चैठ” भी इसी जिला के अंदर आता है।
मधुबनी लोकसभा चुनाव 2019 का नतीजा
जहां तक बात 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजों की करें तो एनडीए गठबंधन में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े सांसद अशोक कुमार यादव को 5,95,843 वोट और दूसरे स्थान पर महागठबंधन के टिकट पर वीआईपी पार्टी के प्रत्याशी बद्री कुमार पुरबे आए थें जिनको 1,40,903 वोट मिला था।
सांसद अशोक कुमार यादव ने संसद में कितने सवाल पूछे ओर कितने दिन उपस्थित रहें ?
मधुबनी लोकसभा सांसद अशोक कुमार यादव ने संसद में पिछले पांच साल में 24 प्रश्न ओर 12 डिबेट में भाग लिया। मधुबनी लोकसभा सांसद अशोक कुमार यादव की संसद में उपस्थिति 93% रही।
https://twitter.com/ashokyadavmp/status/1770332220995043398
सांसद अशोक कुमार यादव ने सांसद निधि का कितना खर्च किया ?
सांसद अशोक कुमार यादव मधुबनी संसदीय क्षेत्र में अपने संसदीय फंड से 13,9613 करोड़ खर्च किया है। सरकार ने कुल 14,32560 करोड़ रुपया जारी किया जिसमें से 1,3371 करोड़ खर्च नहीं हुआ।
मधुबनी लोकसभा का जातीय समीकरण
मधुबनी लोकसभा क्षेत्र में जतीय समीकरण की बात करें तो यहां 33 से 35 फीसदी मतदाता अति पिछड़ा वर्ग के हैं, जिसमें 14 से 15 फीसदी यादव जाति, 6 फीसदी कोयरी, 11 फीसदी दलित मतदाता हैं। 12 से 13 फीसदी ब्राह्मण और 12 से 13 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं।
मधुबनी लोकसभा क्षेत्र के 6 विधानसभा का क्या हाल है?
मधुबनी लोकसभा क्षेत्र में कुल 6 विधानसभा हरलाखी (जेडीयू), बेनीपट्टी (बीजेपी), बिस्फी (BJP), मधुबनी (राजद), केओटी (बीजेपी) और जाले (बीजेपी) आता है। मधुबनी लोकसभा के कुल 6 विधानसभा में एनडीए के पास 5 और इंडिया गठबंधन के पास 1 सीट हैं।
मधुबनी लोकसभा में किस चरण में कब वोट डाले जाएंगे ?
मधुबनी लोकसभा में पांचवे चरण में वोट डाले जायेंगे। मधुबनी लोकसभा चुनाव के लिए अधिसूचना 26 अप्रेल, नामांकन का अंतिम तिथि 3 मई, नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 06 मई और वोट 20 मई को डाले जायेंगे।
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मधुबनी लोकसभा चुनाव का मुद्दा
मधुबनी लोकसभा चुनाव में बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य और बाढ़ की समस्या है। इसके साथ ही शराब की अवैध व्यापारिक गतिविधि एवं अन्य नशा की समस्या भी है।
मधुबनी लोकसभा का चुनाव इंडिया गठबंधन से कौन लड़ेगा ?
मधुबनी लोकसभा से इंडिया गठबंधन की ओर से राजद की टिकट पर हाल ही में जेडीयू छोड़कर राजद में शामिल हुए पूर्व सांसद अली अशरफ फातमी चुनाव लड़ेंगे।
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मधुबनी लोकसभा चुनाव का नतीजा
मधुबनी लोकसभा चुनाव का नतीजा 4 जून को आएगा। इसी दिन पता चल पाएगा कि मधुबनी की जनता एक बार फिर बीजेपी को मौका देती है या इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार को मौका देती है।