कैराना लोकसभा चुनाव 2024: लोकसभा चुनाव का एलान हो चुका है। पहले चरण के लिए 19 अप्रेल को वोट डाले जाएंगे। एकबार फिर सांसद आपके बीच वोट मांगने जाएंगे। नए वादे करेंगे, नए इरादे का इजहार करेंगे। आप उनके बातों में आएं, उससे पहले उन सांसद महोदय का पिछले पांच साल का रिकॉर्ड जान लीजिये। सांसद महोदय ने संसद में कितना सवाल पूछा है, संसद निधि कितना खर्च किया है, कितने दिन संसद में उपस्थित रहें हैं ? ये सब जानकारी हम आपके लिए एक जगह इकट्ठा कर के लाए हैं।
कैराना लोकसभा का निर्माण कब हुआ?
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कैराना लोकसभा आता है। कैराना लोकसभा का निर्माण 1962 में हुआ। कैराना मुस्लिम और जाट बहुल इलाका है। यह इलाका सांप्रदायिक तौर पर काफी संवेदनशील है। 2014 में यहाँ हिन्दुवों के पलायन का मुद्दा देश भर में सुर्खिया पाई थी।
कैराना लोकसभा चुनाव 2019 का नतीजा
जहां तक बात 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजों की करें तो एनडीए गठबंधन में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े सांसद प्रदीप चौधरी को 566,961 वोट और दूसरे स्थान पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी तबस्सुम हसन आए थें जिनको 4,74,801 वोट मिला था। इस बार भी बीजेपी ने प्रदीप चौधरी पर विश्वास जताते हुए फिर से टिकट दिया है।
कैराना सांसद प्रदीप चौधरी ने संसद में कितने सवाल पूछे ओर कितने दिन उपस्थित रहें ?
कैराना सांसद प्रदीप चौधरी ने संसद में पिछले पांच साल में 22 प्रश्न और 18 डिबेट में भाग लिया। कैराना सांसद प्रदीप चौधरी की संसद में उपस्थिति 93% रही।
कैराना सांसद प्रदीप चौधरी ने सांसद निधि का कितना खर्च किया ?
कैराना सांसद प्रदीप चौधरी ने अपने संसदीय क्षेत्र में अपने संसदीय फंड से 9.9816 करोड़ खर्च किया है। सरकार ने कुल 10.39660 करोड़ रुपया जारी किया जिसमें से 0.6152 करोड़ खर्च नहीं हुआ।
कैराना लोकसभा का जातीय समीकरण
कैराना लोकसभा क्षेत्र में जातीय समीकरण की बात करें तो यहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है। मुस्लिम मतदाताओं की संख्या साढ़े 5 लाख के आस पास है। वहीं दलित और जाट वोटर की संख्या ढाई – ढाई लाख है। इस सीट पर राजपूत वोटर की संख्या भी ठीक ठाक है। बीजेपी ने यहाँ से मौजूदा संसद प्रदीप चौधरी को एक बार फिर टिकट दिया है। इंडिया गठबंधन में यह सीट सपा के खाते में गई है। सपा ने यहाँ से इकरा हसन को मैदान में उतरा है। बसपा ने यहाँ से राजपूत समाज से आने वाले श्रीपाल राणा को उम्मीदवार बना कर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है। इसके साथ ही बसपा ने बीजेपी उम्मीदवार के लिए दिक्कत पैदा कर दी है क्योंकि बसपा के उम्मीदवार को दलित वोट तो मिलेगा ही साथ ही जो भी राजपूत वोट उसे मिलेगा उतना वोट बीजेपी का ही कटेगा।
कैराना लोकसभा क्षेत्र के 5 विधानसभा का क्या हाल है?
कैराना लोकसभा क्षेत्र में कुल 5 विधानसभा में नुकड़ (BJP), गंगोह (BJP), कैराना (SP), शामली (RLD) और थानाभवन (RLD) आता है। कैराना लोकसभा के कुल 5 विधानसभा में एनडीए के पास 4 और इंडिया गठबंधन के पास 1 सीट हैं। 2022 का विधानसभा चुनाव आरएलडी और सपा साथ मिलकर लड़ी थी। लोकसभा चुनाव से पहले आरएलडी ने सपा से गठबंधन तोड़ कर बीजेपी के साथ गठबंधन कर लिया है।
कैराना लोकसभा में किस चरण में कब वोट डाले जाएंगे ?
औरंगाबाद लोकसभा में पहले चरण में वोट डाले जायेंगे। कैराना लोकसभा चुनाव के लिए 19 अप्रेल को डाले जायेंगे।
यह भी पढ़ें: उत्तरप्रदेश लोकसभा चुनाव 7 चरणों में होगा; जानें कब, कहां डाले जायेंगे वोट?
कैराना लोकसभा चुनाव का मुद्दा
कैराना लोकसभा चुनाव में बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ ही गन्ना किसानों की समस्या है।
कैराना लोकसभा का चुनाव इंडिया गठबंधन से कौन लड़ेगा ?
कैराना लोकसभा से इंडिया गठबंधन की ओर से सपा ने इकरा हसन को टिकट दिया है। वहीं बसपा ने राजपूत समाज से आने वाला श्रीपाल राणा को उम्मीदवार बना कर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है।
यह भी पढ़ें: जानें पीलीभीत लोकसभा चुनाव 2024 का समीकरण, मुद्दा, सांसद का रिपोर्ट कार्ड
कैराना लोकसभा चुनाव का नतीजा
कैराना लोकसभा चुनाव का नतीजा 4 जून को आएगा। इसी दिन पता चल पाएगा कि कैराना की जनता एक बार फिर बीजेपी को मौका देती है या इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार को मौका देती है।