चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव से पहले इलेक्टोरल बॉन्ड की जानकारी सार्वजनिक कर दी जिसके बाद से हड़कंप मच गया।
इसके साथ ही चुनावी चंदा देने वाली टॉप कंपनियों के नाम भी सामने आए हैं। चुनाव आयोग ने गुरुवार को ये डाटा अपने वेबसाईट पर प्रकाशित किया। सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया के निर्देश के बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने 12 मार्च को चुनावी बॉन्ड (Electoral Bond) से जुड़ा डाटा चुनाव आयोग को दे दिया था। जिसके बाद से चुनाव आयोग ने अपनी वेबसाइट पर ये जानकारी शेयर की।
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इलेक्टोरल बॉन्ड की जानकारी सार्वजनिक होने के बाद से विपक्ष की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं और लगातार बीजेपी पर निशाना साधा जा रहा है। क्योंकि लिस्ट के अनुसार भारतीय जनता पार्टी सबसे ज्यादा चंदा लेने वाली पार्टी है। 12 अप्रैल 2019 से 11 जनवरी 2024 तक पार्टी को सबसे ज्यादा 6,060 करोड़ रुपए का चंदा मिला है। वहीं, लिस्ट में दूसरे नंबर पर तृणमूल कांग्रेस और तीसरे नंबर पर कांग्रेस का नाम है।
क्या बोले कपिल सिब्बल?
कांग्रेस के पूर्व नेता कपिल सिब्बल ने इलेक्टोरल बॉन्ड की जानकारी सार्वजनिक होने के बाद सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। कपिल सिब्बल ने ट्वीट करते हुए लिखा- ‘कहीं ना कहीं लाभ के बदले लाभ देने का काम चल रहा था’। अपने ट्वीट में कपिल सिब्बल ने बिना नाम लिए पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा, ‘किसी ने कहा था- ना खाऊंगा ना खाने दूंगा’। बता दें कि पीएम मोदी ने 2014 के चुनाव से पहले ये बात कही थी।
Donors of Electoral Bonds
Quid pro quo is evident !Quizz :
Who had said :
“Na khaunga na khane dunga” ?
— Kapil Sibal (@KapilSibal) March 15, 2024
बता दें कि एसबीआई ने सुप्रीम कोर्ट से इलेक्टोरल बॉन्ड की जानकारी शेयर करने के लिए 30 जून तक का समय मांग था लेकिन कोर्ट ने उसे खारिज करते हुए बैंक को छह मार्च तक सभी जानकारियां देने को कहा था। बैंक ने छह मार्च तक भी डिटेल्स शेयर नहीं की फिर कोर्ट ने फटकार लगाते हुए 12 मार्च तक जानकारी शेयर करने को कहा।
राहुल गांधी ने एक्स पर किया था ये पोस्ट
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर कांग्रेस ने खुशी जताई थी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट किया-नरेंद्र मोदी के ‘चंदे के धंधे’ की पोल खुलने वाली है!
100 दिन में स्विस बैंक से काला धन लाने का वायदा कर सत्ता में आई सरकार अपने ही बैंक का डेटा छिपाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में सिर के बल खड़ी हो गई।
Electoral Bonds भारतीय इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला साबित होने जा रहा है, जो भ्रष्ट उद्योगपतियों और सरकार के नेक्सस की पोल खोल कर नरेंद्र मोदी का असली चेहरा देश के सामने लेकर आएगा।
क्रोनोलॉजी स्पष्ट है –
चंदा दो- धंधा लो,
चंदा दो- प्रोटेक्शन लो!
चंदा देने वालों पर कृपा की बौछार और आम जनता पर टैक्स की मार, यही है भाजपा की मोदी सरकार।
नरेंद्र मोदी के ‘चंदे के धंधे’ की पोल खुलने वाली है!
100 दिन में स्विस बैंक से काला धन लाने का वायदा कर सत्ता में आई सरकार अपने ही बैंक का डेटा छिपाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में सिर के बल खड़ी हो गई।
Electoral Bonds भारतीय इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला साबित होने जा रहा है, जो…
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 11, 2024