खान ग्लोबल स्टडीज कोचिंग संस्थान के संस्थापक खान सर को शुक्रवार को हिरासत में लिया गया। हालांकि थोड़ी देर के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। लोकप्रिय शिक्षक और यूट्यूबर खान सर को बिहार में छात्रों के प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिया गया था। वे पटना में बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के उम्मीदवारों के साथ प्रदर्शन कर रहे थे। उनकी रिहाई शुक्रवार रात को हुई, जब उन्हें गार्डनिबाग पुलिस स्टेशन से छोड़ा गया। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि आगामी 70वीं BPSC प्रारंभिक परीक्षा एक ही शिफ्ट में और एक समान प्रश्नपत्र के साथ आयोजित हो, ताकि ‘नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया’ से जुड़े विवादों को खत्म किया जा सके।
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खान सर ने छात्रों के प्रदर्शन में भाग लेते हुए प्रशासन से छात्रों की मांगों को पूरा करने की अपील की और यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि परीक्षा प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष हो। उनके समर्थन में कई शिक्षाविद और राजनीतिक नेताओं ने भी आवाज उठाई।
हिरासत में लिए जाने के बाद खान सर ने कहा, ‘चाहे कुछ भी हो जाए, हम तब तक पीछे नहीं हटेंगे जब तक आयोग अपना रुख नहीं बदल लेता। हम अपने बच्चों के लिए लड़ने के लिए जहां भी जरूरी होगा वहां जाएंगे। ‘
कौन हैं खान सर
खान सर, जिनका असली नाम फैजल खान बताया जाता है, भारत के एक प्रसिद्ध शिक्षक और यूट्यूबर हैं। उनका जन्म 1993 में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में हुआ था। वर्तमान में वे पटना, बिहार में स्थित हैं, जहां वे ‘खान जीएस रिसर्च सेंटर’ नामक कोचिंग संस्थान के माध्यम से छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराते हैं। उनकी पढ़ाने की शैली सरल, रोचक और व्यावहारिक है, जिसके कारण वे छात्रों के बीच अत्यंत लोकप्रिय हैं।
खान सर का यूट्यूब चैनल, ‘Khan GS Research Centre’, देशभर में लाखों छात्रों द्वारा देखा जाता है, जहां वे सामान्य अध्ययन और समसामयिक विषयों पर वीडियो प्रस्तुत करते हैं। वह छात्रों को खासकर इतिहास, भूगोल, राजनीति, और सामान्य ज्ञान जैसे विषयों को आसान ढंग से समझाने के लिए जाने जाते हैं। उनके वीडियो लाखों छात्रों तक पहुंचते हैं और उनकी व्याख्या अक्सर ग्रामीण और हिंदी भाषी छात्रों को समझने में मदद करती है।
अन्य विवाद
- छात्र आंदोलनों में भागीदारी: खान सर का नाम कई बार छात्रों के आंदोलनों से जुड़ा है। वे छात्रों की समस्याओं को उठाने और उनके समर्थन में आवाज बुलंद करने के लिए जाने जाते हैं।
- आलोचना: उनके कुछ वीडियो और बयान विवादों में भी रहे हैं, जिनमें उन्हें छात्रों को प्रदर्शन के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाया गया।
कैसे मिली पहचान?
खान सर की पढ़ाने की शैली प्रायः ग्रामीण और कमजोर पृष्ठभूमि से आने वाले छात्रों के लिए उपयोगी होती है। वह अपने मजाकिया अंदाज और उदाहरणों से कठिन विषयों को भी सरल बना देते हैं।