लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कई अहम मुद्दों पर सरकार को घेरा। स्पीकर ओम बिरला द्वारा बोलने का मौका मिलने पर राहुल गांधी ने पहले कैमरे के लिए ‘डबल थैंक्यू’ कहा और फिर राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में कुछ भी नया नहीं था और यह केवल एक सामान्य भाषण था।
राहुल गांधी का रोजगार और मेक इन इंडिया पर बयान
राहुल गांधी ने बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को घेरा और कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में बेरोजगारी का कोई उल्लेख नहीं था। उन्होंने यह भी कहा कि न तो यूपीए सरकार और न ही एनडीए सरकार ने युवाओं के रोजगार के सवाल का स्पष्ट जवाब दिया है। मेक इन इंडिया योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह एक अच्छा विचार था, लेकिन इसके परिणाम अच्छे नहीं रहे। राहुल ने मैन्युफैक्चरिंग को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि मैन्युफैक्चरिंग देश में 60 सालों में सबसे निचले स्तर पर है।
मेक इन इंडिया और चीनी सामान का जिक्र
राहुल गांधी ने उदाहरण देते हुए कहा कि हालांकि हम यह कहते हैं कि कोई उत्पाद भारत में बना है, लेकिन इसके पार्ट्स चीन से आते हैं और यहां केवल असेंबल किया जाता है। उन्होंने कंजंप्शन पर ज्यादा ध्यान देने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसने असमानता को बढ़ावा दिया है। राहुल ने कहा कि दुनिया तेजी से बदल रही है, खासकर तकनीकी दृष्टि से, जहां पेट्रोलियम से बैट्री और परमाणु ऊर्जा की ओर बढ़ रहे हैं।
एआई और डेटा की बात करते हुए चीन और अमेरिका का जिक्र
राहुल गांधी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और डेटा के महत्व पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि एआई डेटा से संचालित होता है और सवाल यह है कि भारत के पास एआई के लिए डेटा कहां से आएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि एआई चीनी या अमेरिकी डेटा का इस्तेमाल कर सकता है, जिससे भारत की डेटा सुरक्षा पर सवाल उठते हैं।
चीन के कब्जे को लेकर गंभीर आरोप
राहुल गांधी ने चीन के भारतीय जमीन पर कब्जे का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे खारिज किया, लेकिन सेना के उच्च अधिकारियों ने स्वीकार किया कि चीन ने 4,000 वर्ग किलोमीटर भारतीय जमीन पर कब्जा कर रखा है। इस बयान पर सत्ता पक्ष के सांसदों ने आपत्ति जताई, लेकिन राहुल गांधी ने चीफ आर्मी स्टाफ के बयान का हवाला देते हुए इसे सच बताया।
संघ प्रमुख के बयान पर राहुल गांधी का जवाब
राहुल गांधी ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान का जिक्र करते हुए संविधान की प्रति दिखाई और कहा कि यह देश संविधान द्वारा संचालित होता है, जिसे लोगों के वोट से बल मिलता है। उन्होंने महाराष्ट्र के चुनावों में नए मतदाताओं के जुड़ने को लेकर भी सवाल उठाए। राहुल ने दावा किया कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच 70 लाख नए वोटर जोड़े गए, जिनमें से अधिकांश वोटर उन विधानसभा सीटों पर जोड़े गए थे, जहां बीजेपी की हार हुई थी।
चुनाव आयोग और डेटा पर सवाल
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाए और कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद नए मतदाताओं का जुड़ना एक अजीब स्थिति पैदा करता है। उन्होंने यह भी सवाल किया कि चुनाव आयोग के सदस्य का चयन प्रधानमंत्री, विपक्षी नेता और मुख्य न्यायाधीश की कमेटी को क्यों नहीं किया गया। राहुल ने मुख्य न्यायाधीश को इस प्रक्रिया से हटाए जाने पर भी चिंता जताई।
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राहुल गांधी ने अपने भाषण में कई गंभीर मुद्दों को उठाया, जिनमें बेरोजगारी, मेक इन इंडिया, चीन के कब्जे, एआई और चुनाव आयोग के मुद्दे शामिल थे। उन्होंने सरकार को कई मोर्चों पर घेरा और आरोप लगाया कि वह युवाओं और आम जनता की समस्याओं से नदारद है।