भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पीएम मोदी ने दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के प्राचीर से संबोधित करते हुए देश में सेक्युलर सिविल कोड (Secular Civil Code) होने की बात कही। यूनिफॉर्म सिविल कोड, राम मंदिर और जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाना, बीजेपी की प्रमुख वादों में शामिल रही। जिसमें से राम मंदिर बन चुका है और धारा 370 को हटाया जा चुका है।
समान नागरिक संहिता पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले के प्राचीर से कहा कि हमारे देश में सुप्रीम कोर्ट ने बार-बार यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर चर्चा की है. अनेक बार आदेश दिए हैं। हमारे देश का एक वर्ग मानता है और उसमें सच्चाई भी है कि जिस सिविल कोड को लेकर हम जी रहे हैं, वह सचमुच में एक प्रकार का कम्युनल सिविल कोड है. भेदभाव करने वाला सिविल कोड है। संविधान निर्माता की भावनाओं और सुप्रीम कोर्ट के अनुरूप अब देश में एक सेकुलर सिविल कोड होना चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा कि जो कानून देश को धर्म और जाति के आधार पर बांटता हो उसे नहीं होना चाहिए। हमने 75 साल कम्यूनल सिविल कोड में बिताया है, अब हमें सेकुलर सिविल कोड की तरफ जाना चाहिए। तब जाकर जो धर्म के आधार पर हमारे देश में भेदभाव हो रही है, उससे मुक्ति मिलेगी।