केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, त्रिपुरा CM माणिक साहा की उपस्थिति में गृह मंत्रालय में भारत सरकार, त्रिपुरा सरकार, NLFT (नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा) और ATTF (ऑल त्रिपुरा टाइगर फोर्स) के बीच त्रिपुरा शांति समझौता पर हस्ताक्षर किया गया।
त्रिपुरा शांति समझौता पर अमित शाह ने क्या कहा?
भारत सरकार, त्रिपुरा सरकार, NLFT और ATTF के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “आज हम सभी के लिए खुशी की बात है कि 35 वर्षों से चल रहे संघर्ष के बाद आप हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं और संपूर्ण त्रिपुरा के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है। पीएम मोदी जब से देश के प्रधानमंत्री बने हैं तब से उन्होंने शांति और संवाद के जरिए सक्षम और विकसित पूर्वोत्तर का विजन देश के सामने रखा है। पूर्वोत्तर के लोगों और दिल्ली के बीच काफी दूरी थी। उन्होंने न केवल सड़क, रेल और हवाई संपर्क के माध्यम से इस दूरी को मिटाया बल्कि लोगों के दिलों के बीच की दूरियों को भी मिटाया।”
यह भी पढ़ें: ममता बनर्जी ने रेपिस्टों को फांसी की सजा देने वाला “अपराजिता बिल” किया पास
10,000 उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण किया
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यह समझौता पूर्वोत्तर के लिए 12वां और त्रिपुरा से जुड़ा तीसरा समझौता है। अब तक लगभग 10,000 उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है, हथियार छोड़ दिए हैं और मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं। एनएलएफटी और एटीटीएफ के साथ समझौते और आत्मसमर्पण के साथ लगभग 328 से अधिक सशस्त्र कैडर मुख्यधारा में शामिल हो जाएंगे।