प्रियंका गांधी सोमवार को संसद में जब भाग लेने पहुंची तो उनके हाथ में एक बैग था जिसपर फिलिस्तीन लिखा हुआ था। वहीं जब वह संसद के अंदर लोकसभा में बोलने के लिए उठी तो उन्होंने बांग्लादेशी हिन्दू और ईसाईयों का मुद्दा उठाया।
फिलिस्तीन लिखा हुआ बैग से क्या संदेश देना चाहती है प्रियंका गांधी?
फिलिस्तीन लिखा हुआ बैग लेकर प्रियंका गांधी ने सांकेतिक रूप से फिलिस्तीन का मुद्दा उठाया। इससे वह अपने कोर वोटर में से एक मुस्लिम को साधा, साथ में नेशनल मीडिया में भी जगह बनाई। इंडिया गठबंधन में शामिल दलों में से कुछ दल कांग्रेस के खिलाफ बयान दे रहे हैं। इसमें ममता बनर्जी, अखिलेश यादव ओर लालू यादव का नाम शामिल है। ये तीनों दल अपने राज्यों में कांग्रेस का मुस्लिम वोट बैंक पर कब्ज़ा कर सत्ता में हैं या पहले रहे हैं। एक लड़ाई कांग्रेस यह भी लड़ रही है कि कैसे वह अपना खोया मुस्लिम और दलित वोट अपने साथ जोड़ें। इसी ओर प्रियंका का उठाया गया यह कदम है। एक तरफ वह बीजेपी से तो लड़ ही रही है दूसरी तरफ विपक्षी गठबंधन में अपना जगह बना रही है।
संसद के अंदर उठाया बांग्लादेशी हिन्दू का मुद्दा
संसद के अंदर प्रियंका गांधी ने विजय दिवस पर बोलते हुए बांग्लादेशी हिन्दू और ईसाईयों का मुद्दा उठाया। साथ में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के विरासत को भी याद किया। उन्होंने आज संसद में राजनैतिक संतुलन का उदाहरण पेश किया।
कांग्रेस सांसद ने प्रियंका गांधी वाड्रा ने लोकसभा में 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध के शहीदों, सैनिकों और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को याद किया। उन्होंने कहा, भारत ने जो विजय पाई, वह उनके बिना नहीं हो सकता था। उस समय भारत अकेला खड़ा था। पूरे विश्व ने कोई सुनवाई नहीं की। बांग्लादेश में जो हो रहा था, हमारे बंगाली भाई बहनों की आवाज कोई नहीं सुन रहा था। उस समय देश की जनता एकजुट होकर अपनी सेना और देश के नेतृत्व व अपने उसूलों के साथ खड़ी हुई। मैं महान शहीद इंदिरा गांधी जी को नमन करना चाहती हूं जिन्होंने ऐसा साहस और नेतृत्व दिखाया जिससे यह देश विजयी हुआ। बांग्लादेश की लड़ाई को उन्होंने उसूलों की लड़ाई बताई।
प्रियंका गांधी ने बांग्लादेश के संदर्भ में दो मुद्दे उठाया
वायनाड सांसद प्रियंका गांधी ने कहा कि बांग्लादेश में जो अल्पसंख्यकों हिंदुओं और ईसाइयों पर अत्याचार हो रहा है, उसके खिलाफ सरकार को आवाज उठाना चाहिए, बांग्लादेश के साथ बातचीत करनी चाहिए और जिनपर अत्याचार हो रहा है उन्हें पूरा समर्थन देना चाहिए।
इसके साथ ही उन्होंने सेना के हेडक्वार्टर में से वो तस्वीर उतारी गई है जिसमें पाकिस्तान की सेना भारत के सामने आत्मसमर्पण कर रही है, उस तस्वीर को वापस लगाए जाने की मांग की।
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प्रियंका ने बांग्लादेश का मुद्दा उठा कर अपनी पार्टी और पूर्वजों का इतिहास और बलिदान याद दिलाया तो वहीं बांग्लादेशी हिन्दू का मुद्दा उठा कर हिन्दू विरोधी होने के इल्जाम को कमजोर करने का प्रयास किया।