उत्तर प्रदेश के झांसी से एक बड़ी दुर्घटना की खबर आ रही है। झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के NICU में 15 नवंबर की रात अचानक आग लग गई। जिसमें 10 मासूम बच्चों की मौत हो गई और कई बच्चे झुलस गए।
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इस हादसे ने हर किसी की हिलाकर रख दिया है। हर कोई मां-बाप जिन्होंने अपने बच्चे की एक झलक भी नहीं देखी थी वो बदहवास हालत में अस्पताल में दिख रहा। हॉस्पिटल का ऐसा नजारा कि रूह कांप जाए।
सबके मन में एक ही सवाल कि इतनी बड़ी लापरवाही का जिम्मेदार कौन है। जबकि बताया जा रहा है कि इसी साल अस्पताल में अग्नि सुरक्षा ऑडिट किया गया था।
क्या है पूरा मामला?
झांसी के मेडिकल कॉलेज में 15 नवंबर 2024 को एक भीषण अग्निकांड हुआ, जिसमें NICU (नवजात गहन चिकित्सा इकाई) में आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की मौत हो गई और 16 अन्य घायल हो गए। हादसा शॉर्ट सर्किट के कारण हुआ माना जा रहा है। घटना के समय NICU में 50 से अधिक बच्चे भर्ती थे। आग के कारण चारों ओर धुआं फैल गया, जिससे दम घुटने जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को हादसे का कारण बताया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर शोक व्यक्त किया और उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए। पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा और घायलों के इलाज का प्रबंध किया गया है लेकिन सवाल अभी भी वही, आखिर जिम्मेदार कौन?
मेडिकल कॉलेज प्रशासन से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। आग लगने के कारणों और सुरक्षा व्यवस्था की जांच के निर्देश दिए गए हैं।
यह घटना अस्पताल में सुरक्षा उपायों की कमी और लापरवाही की ओर संकेत करती है। सरकार ने तेजी से राहत और बचाव कार्य के आदेश दिए हैं, लेकिन इस हादसे ने स्वास्थ्य संस्थानों में सुरक्षा मानकों की गंभीरता को उजागर कर दिया है