अमेरिका ने पूर्व रॉ एजेंट विकास यादव पर पिछले साल न्यूयॉर्क में खालिस्तान समर्थक और सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नून की हत्या की साजिश रचने का निर्देश देने का आरोप लगाया गया था। पन्नून एक भारत-नामित आतंकवादी है जो अमेरिकी नागरिक है। 2023 में अमेरिकी न्याय विभाग (डीओजे) द्वारा दायर हत्या की साजिश से संबंधित मूल अभियोग में यादव की पहचान अब तक “सीसी-1” के रूप में की गई थी।
एक अन्य भारतीय, निखिल गुप्ता पर पिछले साल आरोप लगाया गया था और पिछले साल चेक गणराज्य में गिरफ्तारी के बाद वर्तमान में उन्हें ब्रुकलिन में हिरासत में लिया गया है। यह आरोप लगाया गया है कि भारत स्थित विकास यादव ने एक हिटमैन को खोजने और पन्नून को मारने के लिए निखिल गुप्ता को भर्ती किया था।
एफबीआई ने पन्नुन की हत्या की साजिश रचने के “मास्टरमाइंड” के रूप में पूर्व रॉ एजेंट विकास यादव को अपनी वांछित सूची (मोस्ट वांटेड) में डाल दिया है। 10 अक्टूबर को गिरफ्तारी का संघीय वारंट जारी किया गया।
विदेश मामलों के जानकार ब्रह्मा चेलानी ने इस घटना पर क्या कहा?
विदेश मामलों के जानकार ब्रह्मा चेलानी ने इस घटना पर कहा कि ट्रूडो द्वारा भारत के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाने के कुछ ही दिनों बाद एक पूर्व भारतीय खुफिया अधिकारी के खिलाफ औपचारिक अमेरिकी आरोप दिखाता है कि बाइडेन और ट्रूडो प्रशासन कैसे मिलकर काम कर रहे हैं। यह अमेरिकी खुफिया जानकारी साझा करने का ही नतीजा था जिसके चलते ट्रूडो ने 13 महीने पहले भारत पर आरोप लगाया था।
विकास यादव पर क्या आरोप लगाए गए?
वारंट जारी करते हुए अमेरिकी कोर्ट ने कहा कि विकास यादव संयुक्त राज्य अमेरिका की धरती पर भारतीय मूल के एक अमेरिकी वकील और राजनीतिक कार्यकर्ता की हत्या की साजिश का कथित रूप से निर्देशन करने के लिए वांटेड है। यादव भारत में स्थित एक भारतीय नागरिक है और हत्या की साजिश को अंजाम देने के लिए अपने सह-साजिशकर्ता, एक अन्य भारतीय नागरिक के साथ संचार करते समय उपनाम के रूप में “अमानत” का इस्तेमाल करता था।
यादव ने कथित तौर पर पीड़ित के आवासीय पते, फोन नंबर और अन्य जानकारी प्रदान की थी। साजिश को आगे बढ़ाने के लिए, यादव और उसके सह-साजिशकर्ता ने एक सहयोगी को हत्या के लिए अग्रिम भुगतान के रूप में न्यूयॉर्क में 15,000 डॉलर नकद देने की व्यवस्था की। विकास यादव पर यूनाइटेड स्टेट्स डिस्ट्रिक्ट कोर्ट, दक्षिणी जिला न्यूयॉर्क में मर्डर फॉर हायर, मर्डर फॉर हायर की साजिश करने और मनी लॉन्ड्रिंग के लिए साजिश करने का आरोप लगाया गया है।
यह भी पढ़ें: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान की धरती से चीन को दिया नसीहत
सबसे बड़ा सवाल भारत सरकार के सामने खड़ा हो गया है कि अमेरिका अगर विकास यादव की मांग करता है तो क्या भारत उसे सौंपेगा?