1 फरवरी, 2025 को केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में केंद्रीय बजट 2025-26 पेश किया। इस बजट में शिक्षा, कौशल विकास और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ की गईं। इन घोषणाओं से देश में युवा पीढ़ी को अधिक अवसर और सुविधा मिलेगी, जिससे भारत को एक नई दिशा में विकास की ओर बढ़ने में मदद मिलेगी।
अटल टिंकरिंग प्रयोगशालाओं का विस्तार
केंद्रीय वित्त मंत्री ने भारतीय बच्चों में जिज्ञासा और नवाचार की भावना पैदा करने के लिए एक महत्वपूर्ण योजना का ऐलान किया। अगले पांच वर्षों में, सरकारी स्कूलों में 50,000 अटल टिंकरिंग प्रयोगशालाओं की स्थापना की जाएगी। इन प्रयोगशालाओं का उद्देश्य बच्चों में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देना और उन्हें नवीनतम तकनीकी नवाचारों से परिचित कराना है। यह कदम न केवल शिक्षा के स्तर को सुधारने में मदद करेगा, बल्कि आने वाले समय में युवा पीढ़ी को नई तकनीकों में माहिर बनाएगा।
भारतनेट परियोजना के तहत ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी
केंद्रीय बजट में भारतनेट परियोजना के अंतर्गत, ग्रामीण क्षेत्रों के सरकारी स्कूलों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी प्रदान करने की घोषणा की गई है। इस पहल से शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में डिजिटल तकनीकी का विस्तार होगा और दूरदराज के इलाकों तक ऑनलाइन संसाधनों की पहुंच संभव होगी।
भारतीय भाषाओं में डिजिटल पुस्तकों का वितरण
केंद्रीय वित्त मंत्री ने उच्च शिक्षा और स्कूलों के लिए भारतीय भाषा पुस्तक योजना को लागू करने का प्रस्ताव रखा है। इस योजना के तहत, भारतीय भाषाओं में डिजिटल पुस्तकों का वितरण किया जाएगा, जिससे छात्रों को अपनी भाषा में अध्ययन करने की सुविधा मिलेगी। यह पहल न केवल भारतीय भाषाओं के संरक्षण में सहायक होगी, बल्कि छात्रों को बेहतर समझ और सुलभता भी प्रदान करेगी।
कौशल विकास के लिए 5 राष्ट्रीय केंद्रों की स्थापना
केंद्रीय बजट में युवाओं के कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए पांच राष्ट्रीय कौशल उत्कृष्टता केंद्रों की स्थापना की घोषणा की गई है। इन केंद्रों में वैश्विक विशेषज्ञता और भागीदारी से युवा भारतीयों को “मेक फॉर इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड” के सिद्धांत के तहत विनिर्माण उद्योग के लिए आवश्यक कौशल प्रदान किया जाएगा। यह केंद्र पाठ्यक्रम डिजाइन, प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण, कौशल प्रमाणन फ्रेमवर्क और आवधिक समीक्षा जैसी पहलें करेंगे, जिससे युवाओं को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार प्रशिक्षित किया जाएगा।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) में निवेश
केंद्रीय बजट में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) शिक्षा के लिए उत्कृष्टता केंद्रों की स्थापना के लिए 500 करोड़ रुपये के खर्च का प्रस्ताव रखा गया है। यह कदम AI के क्षेत्र में भारत को अग्रणी बनाने के लिए उठाया गया है, जिससे हमारे युवा वैज्ञानिक और इंजीनियर नई तकनीकों में माहिर हो सकेंगे।
निजी क्षेत्र में अनुसंधान और नवोन्मेष
निजी क्षेत्र में अनुसंधान और नवोन्मेष को बढ़ावा देने के लिए 20,000 करोड़ रुपये के आवंटन की घोषणा की गई है। इस राशि का उपयोग नई प्रौद्योगिकियों और नवाचारों के विकास में किया जाएगा, जो देश की तकनीकी प्रगति में योगदान करेंगे।
प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोशिप स्कीम का विस्तार
प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोशिप स्कीम के तहत, अगले पांच वर्षों में IIT और IISc में प्रौद्योगिकीय अनुसंधान के लिए 10,000 फेलोशिप प्रदान की जाएंगी। इसके लिए बजट में अतिरिक्त वित्तीय सहायता का प्रस्ताव किया गया है, ताकि अधिक शोधकर्ता अपनी क्षमताओं का विकास कर सकें और देश को उच्चतम स्तर के अनुसंधान में योगदान दे सकें।
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केंद्रीय बजट 2025-26 में शिक्षा, कौशल विकास और नवाचार के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण और दूरगामी कदम उठाए गए हैं। अटल टिंकरिंग प्रयोगशालाओं से लेकर कृत्रिम बुद्धिमत्ता के लिए केंद्रों की स्थापना तक, ये सभी पहलें युवा पीढ़ी को नए अवसर प्रदान करने की दिशा में हैं। इन प्रयासों से न केवल देश की शिक्षा प्रणाली मजबूत होगी, बल्कि भारत वैश्विक मंच पर एक प्रमुख तकनीकी और अनुसंधान केंद्र के रूप में उभर सकेगा।