कांग्रेस ने 35 हजार करोड रूपये के अवैध लौह अयस्क खनन घोटाले के आरोपी जनार्दन रेड्डी के भाजपा में शामिल होने पर हमला बोला है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि घोटालेबाज जनार्दन रेड्डी का भाजपा में शामिल होना मोदी सरकार के भ्रष्टाचार को खत्म करने के दावों की पोल खोल रहा है। भ्रष्टाचार के साक्ष्य होने के बावजूद मोदी सरकार जनार्दन रेड्डी को बचा रही है।
नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में बुधवार को पत्रकार वार्ता करते हुए कांग्रेस संचार विभाग में मीडिया एवं पब्लिसिटी के चेयरमैन एवं प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा कहते हैं कि वह जनता-जनार्दन के लिए खुद को खपा रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी जनता के लिए खपते हुए कभी नहीं दिखे, लेकिन वह जनार्दन रेड्डी के लिए खपते हुए जरुर दिख रहे हैं। जनार्दन रेड्डी के ऊपर 35 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप है। उसके ऊपर सीबीआई मामलों समेत कुल 20 मामले लंबित हैं। जनार्दन रेड्डी ने भारत के जंगलों और खदानों में अवैध खनन कर उन्हें बर्बाद कर दिया है। ये वही जनार्दन रेड्डी है, जिसके बारे में एक जज ने कहा था कि उसने बेल लेने के लिए 40 करोड़ रुपए की रिश्वत ऑफर की थी।
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खेड़ा ने कहा कि 1998 में जनार्दन रेड्डी ने भाजपा में प्रवेश किया। बेल्लारी में रेड्डी ने स्व. सुषमा स्वराज जी के चुनाव की तमाम जिम्मेदारी संभाली थी और अब एक बार फिर वह अपनी जड़ों की ओर लौट आए हैं। भाजपा नेता एवं कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा और जनार्दन रेड्डी की जुगलबंदी बड़ी मशहूर है। इस जुगलबंदी के चलते लौह अयस्क के अवैध खनन की ऐसी लूट मची कि येड्डी- रेड्डी गैंग मशहूर हो गया। 2011 और 2017 के बीच रेड्डी की कई बार गिरफ्तारी भी हुई। अब रेड्डी भाजपा में शामिल हो गए हैं, सीबीआई इन्हें ऐसी क्लीनचिट देगी कि हर सफेदी फीकी पड़ जाएगी।
खेड़ा ने कहा कि जनार्दन रेड्डी ने भाजपा में शामिल होते ही कहा कि मैं अपनी जड़ों की ओर लौटकर आ गया हूं। इसलिए यह समझा जा सकता है कि देश में भ्रष्टाचार की जड़ कहां है। इलेक्टोरल बॉन्ड के गैरकानूनी करार दिए जाने के बाद जनार्दन रेड्डी को पार्टी में शामिल करना, भाजपा का प्लान-बी है। यानी अब सीधी पार्टनरशिप, खाएंगे और खिलाएंगे।
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मोदी सरकार से सवाल पूछते हुए खेड़ा ने कहा कि तमाम साक्ष्य होने के बावजूद जनार्दन रेड्डी को क्यों बचाया जा रहा है। क्या ये सच नहीं है कि रेड्डी के खिलाफ 20 मामले लंबित हैं, फिर जनार्दन रेड्डी के लिए लाल कालीन क्यों बिछाई जा रही है। क्या मोदी सरकार अपने इस कदम से भ्रष्टाचार को ख़त्म करने के दावों को खोखला करार नहीं कर रही है।