दिल्ली के विवेक विहार में एक बेबी केयर हॉस्पिटल में शनिवार देर रात भीषण आग लग गई। जिसमें 7 मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं पांच बच्चों को गंभीर अवस्था में पास के अस्पताल ले जाया गया जहां उनका इलाज चल रहा है।
बताया जा रहा है कि शनिवार रात करीब 11 बजे अस्पताल में भीषण आग लग गई। घटना की जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड की 16 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। जिसमें 12 नवजात बच्चों को रेस्क्यू करके दूसरे अस्पताल ले जाया गया जिसमें 6 बच्चों की मौत उसी दिन हो गई थी जबकि एक नवजात को आईसीयू में भर्ती कराया गया जिसने रविवार सुबह दम तोड़ दिया।
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अपने कलेजे के टुकड़ों को खोजते रहे माता-पिता
बेबी केयर हॉस्पिटल में जैसे ही आग की खबर मिली तो नवजात बच्चों के माता-पिता के पैरों के नीचे से जैसे जमीन खिसक गई। बदहवास हालत में मां-बाप अपने बच्चों को देखने गए लेकिन वहां माहौल कुछ और ही था। चारों तरफ आग की लपटें और बिल्डिंग के नीचे आंखों में आंसू और उम्मीद लिए खड़े माता-पिता।
बहुत देर तक जब कोई जानकारी नहीं मिली तो उन्हें जीटीबी अस्पताल भेजा गया जहां परिजन मोर्चरी में भटकते रहे।
कैसे हुआ इतना बड़ा हादसा?
राजधानी दिल्ली में हुई इस घटना से हर कोई सदमे में है। अब सवाल ये कि आखिर इतना बड़ा हादसा हुआ कैसे? खबरों की मानें तो अस्पताल के मालिक नवीन किची के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। मामले की जांच में अभी तक कई बड़े खुलासे हुए हैं।
बताया जा रहा है कि अस्पताल में आग ऑक्सीजन सिलेंडर में ब्लास्ट के बाद लगी। अस्पताल के मालिक ने बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर कई ऑक्सीजन सिलेंडर रखे हुए थे और वहीं पर उसने गैस भरने का प्लांट भी लगवा रखा था।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘दिल्ली के एक अस्पताल में आग लगने की घटना हृदय विदारक है। इस अविश्वसनीय कठिन समय में मेरी संवेदनाएँ शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। मैं प्रार्थना करता हूं कि जो घायल हुए हैं वे जल्द से जल्द ठीक हो जाएं।’
वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी दुख व्यक्त करते हुए कहा, ‘बच्चों के अस्पताल में आग की ये घटना हृदयविदारक है। इस हादसे में जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खोया उनके साथ हम सब खड़े हैं। घटनास्थल पर सरकार और प्रशासन के अधिकारी घायलों को इलाज मुहैया करवाने में लगे हुए हैं। घटना के कारणों की जाँच की जा रही है और जो भी इस लापरवाही का ज़िम्मेदार होगा वो बख्शा नहीं जाएगा।’