पीएम मोदी एक सप्ताह के अंदर ही दूसरी बार जनजातीय गौरव दिवस पर बिहार के दौरे पर हैं। पीएम ने बिहार के जमुई से भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती वर्ष समारोह की शुरुआत की। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर बिरसा मुंडा के सम्मान में एक स्मारक सिक्का और डाक टिकट जारी किया। उन्होंने आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए 6,640 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
पीएम-जनमन के तहत बने 11,000 घरों को लोगों को सौंपा
पीएम मोदी प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम-जनमन) के तहत बने 11,000 घरों को लोगों को सौंपा। इसके साथ ही पीएम आदिवासी क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 53 मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू) का भी उद्घाटन किया।
10 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों का उद्घाटन किया
प्रधानमंत्री ने 300 वन धन विकास केंद्रों (वीडीवीके) और 450 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 10 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों का भी उद्घाटन किया। वह आदिवासी समुदायों के समृद्ध इतिहास और विरासत का दस्तावेजीकरण और संरक्षण किए जाने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा और जबलपुर में दो आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालयों और श्रीनगर, जम्मू कश्मीर और गंगटोक, सिक्किम में दो आदिवासी शोध संस्थानों का भी उद्घाटन किया।
जनजातीय गौरव दिवस पर पीएम मोदी ने जमुई में जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि मैं इसे भाजपा ही नहीं बल्कि NDA का सौभाग्य मानता हूं कि हमें द्रौपदी मुर्मू जी को देश का राष्ट्रपति बनाने का अवसर मिला। वो देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति हैं।
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पीएम मोदी ने कहा कि अति पिछड़ी आदिवासी जनजातियों की पहले की सरकारों ने कोई परवाह ही नहीं की थी। इनके जीवन से मुश्किलें कम करने के लिए ही 24 हजार करोड़ रुपये की पीएम जनमन योजना शुरू की गई। इस योजना से देश की सबसे पिछड़ी जनजातियों की बस्तियों के विकास सुनिश्चित हो रहा है।आज इस योजना का एक साल पूरा हो रहा है। इस दौरान हमने अति पिछड़ी जनजातियों को हजारों पक्के घर दिए हैं।