जलवायु परिवर्तन को लेकर दुनियाभर के देश चिंतित हैं। इसके लिए भारत भी सराहनीय कदम उठाने की कोशिश में है। भारत स्वच्छ ऊर्जा को अपनाने में जोर दे रहा है। जिसके तहत केंद्र सरकार सोलर ऊर्जा को भविष्य बनाने में लगी है।
भारत में करीब 70% आबादी गांवों में रहती है। गांव में लोगों की आर्थिक हालत ऐसी नहीं होती कि वो सोलर उर्जा को अपना सकें। इसके लिए केंद्र सरकार की पीएम सूर्यघर (PM SURYAGHAR YOJANA) योजना गरीब तबके के लोगों के लिए वरदान है।
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ऐसी एक बड़ी खबर उत्तर प्रदेश से आई है। यूपी के सहारनपुर में 11 ब्लॉकों के तहत 884 ग्राम पंचायतें आती हैं। इन पंचायतों में कुल 1350 गांवों आते हैं। खबर है कि 11 ब्लॉकों के 11 गांव को विकसित करने के लिए सोलर ऊर्जा से बिजली की आपूर्ति की जाएगी। जिससे किसान इसका प्रयोग घरेलू उपयोग के अलावा ट्यूबवेल, सिंचाई उपकरणों जैसे कृषि यंत्रों के लिए भी कर सकते हैं। यानी कि अब ये गांव सत प्रतिशत सोलर उर्जा पर निर्भर हो जाएंगे।
क्या है पीएम सूर्यघर योजना (PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana)
भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य घरों में सौर ऊर्जा का उपयोग बढ़ाना और ऊर्जा पर होने वाले खर्च को कम करना है।
ये हैं योजना के लाभ और पात्रता
योजना के लाभ:
- प्रति परिवार हर महीने 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली।
- ऊर्जा बिलों में कमी और स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा।
- कार्बन उत्सर्जन में कमी और पर्यावरण सुरक्षा।
- स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर।
क्या है पात्रता?
- भारतीय नागरिक होना आवश्यक।
- सौर पैनल लगाने योग्य छत वाला घर।
- वैध बिजली कनेक्शन।
- पहले से किसी अन्य सौर ऊर्जा सब्सिडी का लाभ न लिया हो।
ये है आवेदन प्रक्रिया
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- राज्य और विद्युत वितरण कंपनी का चयन करें।
- बिजली उपभोक्ता नंबर, मोबाइल और ईमेल की जानकारी दर्ज करें।
- आवेदन पत्र भरें और दस्तावेज़ अपलोड करें।
- डिस्कॉम (DISCOM) से मंजूरी मिलने के बाद सौर पैनल स्थापित करें।
स्थापना पूरी होने पर बैंक खाते में सब्सिडी 30 दिनों के भीतर प्राप्त होगी।
आवश्यक दस्तावेज़
- पहचान और पता प्रमाण।
- बिजली बिल।
- छत के स्वामित्व का प्रमाण।