बिहार की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा रही जन सुराज पार्टी को उसका पहला राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल गया है। प्रसिद्ध चुनावी रणनीतिकार और जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व सांसद उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह के नाम की घोषणा करते हुए बताया कि उन्हें कोर कमेटी के सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है।
उदय सिंह की नियुक्ति को आगामी विधानसभा चुनाव से पहले एक अहम रणनीतिक कदम माना जा रहा है। इस मौके पर प्रशांत किशोर ने उदय सिंह को जन सुराज परिवार की ओर से शुभकामनाएं दीं और कहा कि “बिहार में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, अब समय है कि राज्य से एक मजबूत नेतृत्व राष्ट्रीय मंच पर उभरे।”
प्रशांत किशोर ने साधा बिहार के बदलाव पर जोर
प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सुराज का उद्देश्य केवल चुनाव लड़ना नहीं, बल्कि एक वैकल्पिक और प्रभावी राजनीतिक संस्कृति को जन्म देना है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है, और जन सुराज उसी भरोसे के साथ आगे बढ़ेगा।
उदय सिंह ने जताया आभार, कहा – बदलाव की शुरुआत हो चुकी है
राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने पर उदय सिंह ने प्रशांत किशोर और पार्टी के सभी सदस्यों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि “प्रशांत किशोर एक विजनरी लीडर हैं, जिनकी राजनीतिक समझ और प्रतिबद्धता ने जन सुराज को एक जनांदोलन का रूप दिया है। उनके नेतृत्व में ही यह विचार जन्मा और अब यह पार्टी के रूप में बिहार की जनता की आवाज बन रही है।”
उदय सिंह ने कहा कि जन सुराज पार्टी की नींव जनता की मांग पर रखी गई है और इसका मूल मकसद साफ, पारदर्शी और जनहितकारी राजनीति को बढ़ावा देना है।
बिहार की राजनीति में नया मोड़: आरसीपी सिंह भी हुए शामिल
राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा से पहले ही जन सुराज ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी थी। बीते रविवार (18 मई, 2025) को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने जन सुराज का दामन थाम लिया। उनके शामिल होने से राज्य की सियासत में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है।
उदय सिंह के सामने बड़ी चुनौती
पूर्व सांसद उदय सिंह अब जन सुराज को बिहार की राजनीति में एक मजबूत तीसरा विकल्प बनाने की जिम्मेदारी संभालेंगे। विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और ऐसे समय में अध्यक्ष पद की कमान संभालना उनके लिए एक महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण कार्य होगा।
जन सुराज की कोशिश है कि वह जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरते हुए पारंपरिक राजनीतिक दलों का विकल्प बने और बिहार को विकास, शिक्षा, रोजगार और पारदर्शिता की नई राह पर ले जाए।
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जन सुराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में उदय सिंह की ताजपोशी प्रशांत किशोर की राजनीतिक योजना का एक अहम हिस्सा है। पार्टी अब पूरी तैयारी के साथ आगामी विधानसभा चुनाव में उतरने जा रही है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या जन सुराज बिहार की राजनीति में वाकई एक निर्णायक भूमिका निभा पाएगी।