गृह मंत्री अमित शाह के संविधान पर चर्चा के दौरान राज्यसभा में दिए गए बयान पर पीएम मोदी और राजनाथ सिंह ने भी ट्वीट किया है। अमित शाह के बयान पर विपक्ष लगातार विरोध जता रहा है और माफी की मांग कर रहा है।
पीएम मोदी ने क्या कहा?
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि अगर कांग्रेस और उसका सड़ा हुआ पारिस्थितिकी तंत्र सोचता है कि उनके दुर्भावनापूर्ण झूठ कई वर्षों के उनके कुकर्मों को छिपा सकते हैं, खासकर डॉ. अंबेडकर के प्रति उनके अपमान को, तो वे गंभीर रूप से गलत हैं! भारत के लोगों ने बार-बार देखा है कि कैसे एक वंश के नेतृत्व वाली एक पार्टी ने डॉ. अंबेडकर की विरासत को मिटाने और एससी/एसटी समुदायों को अपमानित करने के लिए हर संभव गंदी चाल चली है।
अम्बेडकर की हार को प्रतिष्ठा का मुद्दा बना लिया नेहरु ने
प्रधानमंत्री ने कहा कि डॉ. अम्बेडकर के प्रति कांग्रेस के पापों की सूची उन्हें एक बार नहीं बल्कि दो बार चुनाव में हार दिलाना, पंडित नेहरू ने उनके खिलाफ प्रचार किया और उनकी हार को प्रतिष्ठा का मुद्दा बना लिया, उन्हें भारत रत्न देने से इनकार कर दिया गया और उनके चित्र को संसद के सेंट्रल हॉल में गौरव का स्थान देने से इनकार करना शामिल है।
पीएम मोदी ने कहा कि संसद में अमित शाह ने डॉ. अम्बेडकर का अपमान करने और एससी/एसटी समुदायों की अनदेखी करने के कांग्रेस के काले इतिहास को उजागर किया। उनके द्वारा प्रस्तुत तथ्यों से वे स्पष्ट रूप से स्तब्ध और स्तब्ध हैं, यही कारण है कि वे अब नाटकीयता में लिप्त हैं! दुख की बात है कि उनके लिए लोग सच्चाई जानते हैं!
राजनाथ सिंह ने क्या कहा?
कांग्रेस ने बाबा साहेब अंबेडकर का उनके जीवन काल और उसके उपरांत दशकों तक व्यवस्थित रूप से उनका अपमान और तिरस्कार किया है। जबकि भाजपा और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की एनडीए सरकार ने बाबा साहेब और उनसे जुड़े सभी स्थलों का श्रद्धापूर्वक सम्मान किया है। यही बात गृह मंत्री अमित शाह ने कल संसद में तथ्यों, तर्कों और प्रमाणों के साथ रखी है। इसी सच्चाई को छुपाने के लिए कांग्रेस ओछी राजनीति कर रही है।
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कांग्रेस की सोच पिछड़ा विरोधी, SC-ST विरोधी, गरीब विरोधी और संविधान विरोधी है, जो उनकी कथनी और करनी में साफ़ स्पष्ट होता है। आधुनिक भारत के निर्माण में बाबा साहेब अंबेडकर की भूमिका बहुत व्यापक और विराट है, मगर जानबूझ कर कांग्रेस द्वारा उन्हें कभी वह श्रेय नहीं दिया गया, जिसके वे सच्चे हकदार थे।