स्विट्जरलैंड की अदालत ने ब्रिटेन के सबसे अमीर परिवारों में शामिल हिंदुजा परिवार के चार सदस्यों को भारतीय प्रवासी नौकरों को शोषण करने के मामलें में जेल की सजा सुनाई है। सजा पाए हिंदुजा परिवार के चार सदस्यों में प्रकाश हिंदुजा, उनकी पत्नी कमल हिंदुजा, उनके बेटे अजय हिंदुजा और उनकी पत्नी नम्रता हिंदुजा का नाम शामिल है।
हिंदुजा परिवार पर क्या आरोप लगा है?
हिंदुजा परिवार को घरेलू सहायकों के शोषण करने और उन्हें अल्प स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने का दोषी पाया गया है। उन पर आरोप है कि वह अपने भारतीय प्रवासी नौकरों से 18 घंटे तक काम कराते थें। केवल उन्हें प्रति दिन 700 रुपये (£7) से भी कम का सैलरी देते थें। स्विट्जरलैंड में प्रति घंटा दर 32chf है जो भारतीय मुद्रा में 2800 रुपया (£28) है।
वे उन्हें स्थानीय मुद्रा के बजाय भारतीय रुपये में भुगतान किया। उनके पासपोर्ट जब्त कर लिए और उन्हें बाहर नहीं जाने दिया। उन्होंने अपने नौकरों को अच्छा वेतन देने की तुलना में अपने कुत्तों की देखभाल में अधिक पैसा खर्च किया। उन्होंने स्विट्जरलैंड में ऐसी नौकरी की सैलरी की तुलना में दसवें हिस्से से भी कम सैलरी दिया।
हिंदुजा परिवार के सदस्यों को कितने साल की सजा मिली है?
सजा पाए हिंदुजा परिवार के चार सदस्यों में प्रकाश हिंदुजा और उनकी पत्नी कमल हिंदुजा को 4.5 साल की सजा हुई है और उनके बेटे अजय हिंदुजा और उनकी पत्नी नम्रता हिंदुजा को 4-4 साल की सजा हुई है। स्विस कोर्ट ने हिंदुजा बंधुओं को उनके यहां कम करने वालों को 750,000 पाउंड यानी करीब 7.5 करोड़ रुपये का मुआवजा देने को कहा है। साथ ही लगभग 2.5 करोड़ रुपये की कानूनी फीस भी जमा करना है।
विकसित देशों में न्याय प्रणाली इसी तरह काम करती है, भले ही परिवार ने सिविल कोर्ट में नौकरों के साथ अदालत के बाहर समझौता कर लिया हो, फिर भी उनके खिलाफ आपराधिक आरोप लगाए गए और उन पर अदालत में मुकदमा चलाया गया और दंडित किया गया। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कोई कितना अमीर या प्रभावशाली है, कानून सबके लिए बराबर है।