कोरोना के बाद से लोगों के मन में डर का माहौल बैठ गया है। लोग कोरोना से अभी उबरे भी नहीं थे कि एक नई बीमारी ने लोगों को भयभीत कर दिया है। दुनियाभर में एमपॉक्स (Mpox) वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इसे मंकीपॉक्स के नाम से भी जाना जाता है।
देश में भी मंकीपॉक्स के केस बढ़ते जा रहे हैं। इसी बीच कोरोना की वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने बड़ा एलान किया है। कंपनी ने कहा कि कंपनी एमपॉक्स की एक वैक्सीन पर काम कर रही है।
सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने एक बयान जारी कर कहा कि, ‘एमपॉक्स के कारण WHO ने ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दी है। हम लोग देश में लोगों की मदद के लिए वैक्सीन पर काम कर रहे हैं। उम्मीद है कि एक साल के अंदर कुछ अच्छी खबर मिलेगी।
कैसे फैलता है मंकीपॉक्स और क्या हैं लक्षण?
एमपॉक्स एक वायरल बीमारी है। इसे मंकीपॉक्स के नाम से भी जाना जाता है। इसकी पहचान सबसे पहले 1958 में हुई थी और बंदरों में ये वायरस पाया गया था।
- एमपॉक्स संक्रमित व्यक्ति या जानवर के संपर्क में आने से फैलता है।
- एक्सपर्ट्स की मानें तो यह संक्रमण कपड़ों या लिनेन जैसी दूषित वस्तुओं के उपयोग, टैटू की शॉप, पार्लर या अन्य पब्लिक जगहों पर यूज होने वाली कॉमन चीजों से भी फैल रहा है।
- आंख, मुंह, नाक और कान के जरिए ये हमारे शरीर में प्रवेश करता है
- वहीं, संक्रमित चूहे, बंदर और गिलहरी के संपर्क में अगर आप आते हैं तो ये वायरस फैलता है।